Jabalpur News: डीएनएलयू में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का समापन

  • दुनिया को नया आकार देने वाली है एआई तकनीक: जस्टिस अग्रवाल
  • इस सम्मेलन में देशभर से 250 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।
  • भविष्य की प्रगति के लिए इन क्षेत्रों के एकजुट होकर काम करने के महत्व पर जोर दिया।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-10-08 13:38 GMT

Jabalpur News: धर्मशास्त्र राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (डीएनएलयू) में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन विगत दिवस संपन्न हुआ। यह आयोजन सेंटर फॉर लॉ एंड इकोनॉमिक्स के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय भारत सरकार के सेंटर फॉर ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट लॉ के सहयोग से हुआ। सम्मेलन में विधि, अर्थशास्त्र और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के संगम और इसके विभिन्न क्षेत्रों पर प्रभाव पर विद्वानों, प्रैक्टिशनर्स, नीति निर्माताओं ने चर्चा की।

इस दौरान विधि एवं अर्थशास्त्र केंद्र द्वारा संपादित पुस्तक विधि एवं अर्थशास्त्र के विकासशील आयाम का विमोचन भी किया गया। यह पुस्तक प्रोफेसर डॉ. मनोज कुमार सिन्हा, डॉ. ईशा वाधवा एवं कुशल पालीवाल द्वारा संपादित की गई है।

समापन समारोह में मुख्य अतिथि जस्टिस विवेक अग्रवाल ने कहा कि आज की दुनिया को आकार देने वाली एआई तकनीक का तेजी से विकास हो रहा है। उन्होंने कहा कि गरीबी उन्मूलन और मानवीय भूल को कम करने में इस प्रौद्योगिकी की अहम भूमिका होनी चाहिए।

इस सम्मेलन में देशभर से 250 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। कुलपति प्रो. डॉ. मनोज कुमार सिन्हा ने अपने संबोधन में आयोजकों के सहयोगात्मक प्रयासों को स्वीकार किया और केंद्र के छात्र सदस्यों के योगदान की सराहना की।

रानी दुर्गावती विवि के कुलपति प्रो. राजेश कुमार वर्मा ने अर्थशास्त्र, विधि और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के बढ़ते अंतर संबंध पर प्रकाश डाला। उन्होंने भविष्य की प्रगति के लिए इन क्षेत्रों के एकजुट होकर काम करने के महत्व पर जोर दिया। सम्मेलन की सफल योजना और क्रियान्वयन सीएलई की निदेशक डॉ. ईशा वाधवा और सह-निदेशक उत्कर्ष के मिश्रा और सीएलई छात्रों की उनकी समर्पित टीम के समर्पित प्रयासों से संभव हुआ।

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