जबलपुर: जाबालि ऋषि ने की थी नर्मदा तट पर तपस्या
- सद्गुरू परम हंस स्वामी ने जाबालि ऋषि और काशी महाराज की मूर्तियों की प्राण-प्रतिष्ठा की
- भव्य मंदिर व जाबलि ऋषि घाट का निर्माण भी किया गया है।
- कार्यक्रम के समापन पर भंडारा आयोजित हुआ।
Bhaskar Hindi
Update: 2024-05-03 10:53 GMT
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। लम्हेटी घाट स्थित परमहंस आश्रम भृगु क्षेत्र के नाम से प्रसिद्ध है। मान्यता है कि भृगु ऋषि व जाबालि ऋषि ने यहा वर्षों तक तपस्या की थी। यह विचार संतों ने न्यू भेड़ाघाट स्थित चंद्र लोक आश्रम लम्हेटी में जाबालि ऋषि और काशी महाराज की प्रतिमा स्थापना समारोह में व्यक्त किए।
कार्यक्रम के दौरान सद्गुरू परम हंस स्वामी ने जाबालि ऋषि और काशी महाराज की मूर्तियों की प्राण-प्रतिष्ठा की।
उल्लेखनीय है कि जाबालि ऋषि की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा विश्व में प्रथम बार नर्मदा तट पर हुई है। भव्य मंदिर व जाबलि ऋषि घाट का निर्माण भी किया गया है।
कार्यक्रम के समापन पर भंडारा आयोजित हुआ। इस दौरान गौरीशंकर महाराज, महेन्द्र दुबे, पंकज स्वामी, महेश केमतानी आदि मौजूद रहे।