जबलपुर: गरीब रथ को कर दिया निरस्त, मुंबई जाने यात्री हो रहे परेशान
- दूसरी ट्रेनों में पैर रखने तक जगह नहीं, लंबी दूरी की गाड़ियों में सफर हुआ दुश्वार
- दूसरा विकल्प न होने से परेशानी बढ़ी
- गरीब रथ में कुल 18 कोच लगते हैं और एक कोच में 78 बर्थ हैं।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। गर्मी के दिनों में जहाँ लोगों का आवागमन बढ़ा हुआ है ऐसे में ट्रेनों को निरस्त करने से लोगों की परेशानियाँ बढ़ रही हैं। जबलपुर से सप्ताह में तीन दिन चलने वाली गरीब रथ ट्रेन को 1 जून को जबलपुर से व 2 जून को मुंबई से निरस्त कर दिया गया है, जिसके चलते एक से डेढ़ हजार यात्रियों की यात्रा रद्द हो गई है।
मुंबई स्टेशन में निर्माण कार्य के चलते यह ट्रेन निरस्त करना बताया जा रहा है जिससे एक साथ इतने सारे रिजर्वेशन कैंसिल करने की नौबत आ गई और इतने ही यात्रियों को मुंबई के सफर के लिए परेशान होना पड़ रहा है।
इस रूट की हर ट्रेनों में वेटिंग का आँकड़ा सैकड़ा पार है और इतने कम समय में अब किसी ट्रेन में रिजर्वेशन मिलना भी संभव नहीं हाे रहा है। ऐसा नहीं है कि गरीब रथ को निरस्त करने से केवल यात्री परेशान हो रहे हैं, बल्कि रेलवे को भी राजस्व का नुकसान हो रहा है।
गरीब रथ में कुल 18 कोच लगते हैं और एक कोच में 78 बर्थ हैं। जो एक नंबर में बुक होने पर 1404 यात्री बुक करते हैं और इस तरह अचानक ट्रेन निरस्त करने से रेलवे को करीब 13 लाख रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
राज्यसभा सांसद तन्खा से मिला प्रतिनिधि मंडल
एक जून काे गरीब रथ निरस्त किए जाने से जबलपुर व आसपास के जिलेे से हज जाने वाले करीब 5 सौ लोगों का समय पर मुंबई पहुँचने का ख्वाब अधूरा नजर आ रहा है। इसके चलते सैयद ताहिर अली के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा से मिला और अपनी समस्या से अवगत कराया।
इस दौरान सांसद श्री तन्खा ने तत्काल ही रेलवे जीएम श्रीमती शोभना बंदोपाध्याय से चर्चा की और पत्र भी लिखा, जिस पर रेलवे अधिकारियों ने उन्हें आश्वस्त किया कि दो दिनों के भीतर इस मामले में निर्णय लिया जाएगा। प्रतिनिधि मंडल में गुड्डू नबी उस्मानी, पूर्व पार्षद राजू लईक, कलीम खान, आरिफ बेग, अख्तर अंसारी, पार्षद वकील अंसारी सहित अन्य शामिल रहे।
कल्याण तक चलाई जा सकती थी ट्रेन
लोगों का कहना है कि मुंबई स्टेशन में निर्माण कार्य के चलते जबलपुर से मुंबई जाने वाली गरीब रथ ट्रेन को एक दिन के लिए निरस्त किया गया है, वहीं दूसरी ओर महानगरी सहित मुंबई की ओर जाने वाली अन्य ट्रेनों को दादर व कल्याण तक ले जाया जा रहा है, जिससे यात्रियों का आधे से अधिक रूट तक सफर आसान हाे रहा है।
इसी प्रकार गरीब रथ को भी कल्याण तक ले जाया जा सकता था, ताकि वहाँ से फिर यात्री अन्य साधन से अपने गंतव्य तक जा सकता है। मगर ऐसा न करके गरीब रथ ट्रेन ही निरस्त कर दी गई है, वहीं दूसरी ओर रीवा से मुंबई जाने वाली रीवा-मुंबई ट्रेन को निरस्त नहीं किया गया है।