जिन चौराहों, सड़कों पर ट्रैफिक का ज्यादा लोड वहाँ बनाए जाने थे फ्लाईओवर, स्वीकृत कहीं और हो गए
केन्द्र सरकार ने चार फ्लाईओवर के प्रस्ताव माँगे यहाँ से भेजे गए सिर्फ दो
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
शहर में दमोहनाका-मदन महल फ्लाईओवर के अतिरिक्त केन्द्र सरकार के फण्ड से दो छोटे फ्लाईओवर और बनाये जाने हैं। एक फ्लाईओवर बिरसा मुंडा चौराहा से रद्दी चौकी की ओर तो दूसरा पेंटीनाका चौराहा से सर्किट हाउस की ओर डेढ़ किलोमीटर के दायरे में बनाया जाना है। ये दोनों फ्लाईओवर जहाँ बनाये जाने हैं वे हिस्से हैवी ट्रैफिक के लिए नहीं जाने जाते। शहर में करीब एक दर्जन चौराहे ऐसे हैं जिनमें शाम हो या सुबह ट्रैफिक का दबाव ज्यादा है, इसी तरह कुछ सड़कें दिन भर बेतहाशा जाम में उलझी रहती हैं। ऐसी सड़कों और चौराहों के बीच ये दोनों फ्लाईओवर बनने थे लेकिन लोक निर्माण सेतु के अधिकारियों ने आनन-फानन में सर्वे पूरा कर केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय को बिरसा मुंडा चौराहा, पेंटीनाका को सिलेक्ट कर भेज दिया। केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय ने सेतु बंधन योजना में इन दो स्थानों को तुरंत स्वीकृति दे दी। वैसे प्रस्ताव 4 फ्लाईओवर के लिए माँगे थे लेकिन दुर्भाग्य देखिए इसमें भी प्रपोजल भेजने वालों ने दूरदृष्टि नहीं दिखाई और विभाग केवल दो स्थानों के लिए ही प्रस्ताव भेज सका।
स्थानों को लेकर अब जनता उठा रही सवाल
जानकारों का कहना है कि शहर में सड़कों के ज्यादा विकल्प मिलें, रेल ओवर ब्रिज, फ्लाईओवर, अंडर व्हीकल पास, एलीवेटेड से लेकर जनरल फ्लाईओवर ज्यादा से ज्यादा बनें इससे जनता को राहत मिलेगी लेकिन इसके लिए पहली प्राथमिकता तो तय किया जाना चाहिए। जैसे कटंगा का फ्लाईओवर बन रहा है उसकी जगह की उपयोगिता पर जनता सवाल उठा रही है। इसको लेकर लोक निर्माण विभाग के एक्सपर्ट ने भी सवाल उठाये थे इसके स्थान बदलने का प्रस्ताव आया पर बाद में वही स्थान तय कर दिया गया।
इन शहरों से इसमें भी पीछे हो गए
सेतु बंधन योजना में 13 फ्लाईओवर भोपाल, रतलाम, सागर और जबलपुर में बनाये जाने हैं। इसमें और शहरों में मामला डीपीआर के बाद टेण्डर तक आ चुका है तो जबलपुर के दो फ्लाईओवर के लिए मामला डीपीआर अनुमोदन के लिए भेजा गया है। एमपीआरडीसी के डीएम राजेन्द्र चंदेल कहते हैं कि स्थानीय स्तर पर प्रक्रिया अपनाकर पूरी जानकारी भोपाल भेजी गई है। उम्मीद है इनमें जल्द आगे प्रोसेस आरंभ हो जाएगी।
यहाँ फ्लाईओवर के लिए केवल सर्वे हुआ
दीनदयाल चौक से माढ़ोताल, कटंगी, पाटन की ओर
घमापुर चौराहे से रद्दी चौकी की ओर
पण्डा मढ़िया तिराहे से उस पार गढ़ा थाना की ओर
शास्त्री ब्रिज को चौड़ा करने या डबल बनाने
गोहलपुर चौराहे से रद्दी चौकी की ओर