जबलपुर: किराया डेढ़ से दोगुना ज्यादा और लेटलतीफी तो 8 से 40 घंटे तक
- यात्रियों को राहत देने और वेटिंग क्लियर करने के नाम पर चालू की गई स्पेशल ट्रेनें बन रहीं मुसीबत
- समय-समय पर सफाई न होने पर कोच से लेकर टाॅयलेट तक में गंदगी पड़ी रहती है।
- सामान्य ट्रेनों के किराया से डेढ़ से दो गुना अधिक किराया देने के बाद भी स्पेशल ट्रेनों में यात्री सुविधा नदारद है।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। रेल प्रशासन द्वारा समय-समय पर यात्रियों को राहत देने और वेटिंग क्लियर करने के नाम पर स्पेशल ट्रेनें चलाई जाती हैं। इन दिनों भी जबलपुर से होकर गुजरने वाली कई स्पेशल ट्रेनें संचालित हो रही हैं।
रेल अधिकारी स्पेशल ट्रेनें चलाने के बाद इस बात पर ध्यान नहीं दे पा रहे हैं कि स्पेशल ट्रेनों की चाल कैसी चल रही है। सप्ताह में एक दिन चलने वाली इन ट्रेनों में यात्रियों से किराया डेढ़ से दो गुना तक वसूला जा रहा है, मगर जब इसके संचालन समय की बात आती है तो कोई ट्रेन 8 घंटे तो कोई 40 घंटे से अधिक देरी से चल रही है।
हालात यह बन रहे हैं कि समय पर पहुँचने के फेर में स्पेशल ट्रेन की टिकट पर सफर करने वाले एक से दो दिन के बाद अपने गंतव्य पहुँच रहे हैं, जिससे यात्रियों में रेल प्रशासन की कार्यप्रणाली को लेकर आक्रोश पनप रहा है।
ट्रेनों में यात्री सुविधा भी नदारद
जानकाराें का कहना है कि सामान्य ट्रेनों के किराया से डेढ़ से दो गुना अधिक किराया देने के बाद भी स्पेशल ट्रेनों में यात्री सुविधा नदारद है। सबसे ज्यादा परेशानी यात्रियों को टॉयलेट को लेकर रहती है। आधे से ज्यादा स्टेशन तो बिना पानी के पार हो जाते हैं। समय-समय पर सफाई न होने पर कोच से लेकर टाॅयलेट तक में गंदगी पड़ी रहती है।
ऐसे हैं स्पेशल ट्रेन के हालात
रेल सूत्रों की मानें तो इन दिनों गाड़ी संख्या 05610 गुवाहाटी स्पेशल जो जबलपुर से होकर गुजरती है वह 8 घंटे देरी से चल रही है। बताया जाता है कि इस ट्रेन को बुधवार की दोपहर 12.40 बजे जबलपुर स्टेशन पर पहुँचना था मगर यह करीब 8 घंटे देरी से शाम 8.30 बजे जबलपुर स्टेशन पहुँची।
इस ट्रेन से जबलपुर से इटारसी, भुसावल, मनमाड, अहमदनगर की ओर जाने वाले यात्री ज्यादा सफर करते हैं। बुधवार को भी बड़ी संख्या में यात्री स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार करते नजर आए। वहीं दूसरी ओर सबसे बुरे हालात तो गाड़ी संख्या 03418 उधना-मालदा स्पेशल ट्रेन के हैं जो निर्धारित समय से करीब 40 घंटे देरी से चल रही है।
इस ट्रेन को बुधवार की शाम 6.30 बजे जबलपुर पहुँचना था, मगर यह तो अपने निर्धारित समय पर उधना से 12.30 बजे रवाना ही नहीं हो सकी थी, बल्कि दूसरे दिन बुधवार को भी उधना जंक्शन से नहीं चली। रेल प्रशासन द्वारा इस स्पेशल ट्रेन के एक दिन 20 घंटे आधिकारिक रूप से रि-शेड्यूल होने की सूचना यात्रियों को दी जा रही है।