यूनिपोल से भटका ड्राइवर का ध्यान, पुल तोड़कर नीचे गिरा सरिए से भरा ट्रॉला
एक युवक की मौत, ड्राइवर और कंडक्टर गंभीर रूप से घायल
डिजिटल डेस्क जबलपुर। ...आखिरकार वहीं हुआ, जिसकी आशंका थी। रविवार रात गोहलपुर पुल के बीचों-बीच लगे यूनिपोल से ड्राइवर का ध्यान भटक गया। इससे सरिए से भरा ट्रॉला पुल को तोड़ते हुए नीचे गिर गया। इस घटना में पुल से पैदल जा रहे एक युवक की मौत हो गई, जबकि ड्राइवर और कंडक्टर गंभीर रूप से घायल हो गए। इस घटना ने एक बार फिर शहर में जगह-जगह लगे खतरनाक यूनिपोल्स पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार रात 11.30 बजे ट्रॉला क्रमांक-एनएल-02-क्यू- 5059 का ड्राइवर नागपुर से सरिया लेकर दमोहनाका आया था। ड्राइवर सावधानी से गोहलपुर चौक से दमोहनाका की तरफ जा रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि जैसे ही ट्रॉला ड्राइवर गोहलपुर पुल के पास पहुँचा, अचानक पुल के बीचों-बीच लगे यूनिपोल से उसका ध्यान भटक गया। इससे ड्राइवर ने संतुलन खो दिया और ट्रॉला पुल की रेलिंग को तोड़ते हुए नीचे गिर गया। ट्रॉले की चपेट में आकर पुल से पैदल जा रहे खजरी-खिरिया निवासी 22 वर्षीय सौरभ झारिया की मौत हो गई। गनीमत यह रही कि जिस समय हादसा हुआ, उस समय सड़क सूनी थी, नहीं तो कई लोग ट्रॉले की चपेट में आ सकते थे। ट्रॉले में फँसे ड्राइवर और कंडक्टर को स्थानीय लोगों की मदद से बाहर निकाला गया। दोनों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
नियमों का खुला उल्लंघन
मध्यप्रदेश आउटडोर विज्ञापन मीडिया नियम 2017 के अनुसार सड़क से 3 मीटर दूर ही यूनिपोल लगाए जाएँगे। सड़क और पुल के मध्य यूनिपोल लगाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। ऐसी जगह पर भी यूनिपोल लगाने की अनुमति नहीं दी जाएगी, जहाँ से वाहन चालकों की दृश्यता प्रभावित होती है। जानकारों का कहना है कि नगर िनगम ने गोहलपुर पुल के बीचों-बीच यूनिपोल लगवा दिया। यूनिपोल ऐसी जगह पर लगाया गया है, जहाँ से वाहन चालकों की दृश्यता प्रभावित होती है। दृश्यता प्रभावित होने के कारण ही गोहलपुर पुल से सरिए से भरा ट्रॉला गिरने से बड़ा हादसा हो गया। हैरान करने वाली बात ये है कि अभी तक नगर िनगम के अधिकारियों ने मौके का मुआयना तक नहीं किया है।
यूनिपोल हटाने के लिए सदन में हो चुका है हंगामा
गोहलपुर पुल पर लगे खतरनाक यूनिपोल को हटाने के लिए नगर िनगम सदन में 6 माह पूर्व हंगामा हो चुका है। पार्षदों ने आशंका जाहिर की थी कि गोहलपुर पुल के बीचों-बीच लगे यूनिपोल से वाहन चालकों की दृश्यता प्रभावित होगी। इससे उनका ध्यान भटक सकता है। ध्यान भटकने से बड़ा हादसा हो सकता है। इसके बाद भी यूनिपोल माफिया के दबाव में आकर खतरनाक यूनिपोल को नहीं हटाया गया। आखिरकार पार्षदों की आशंका सच साबित हुई और रविवार रात यहाँ पर बड़ा हादसा हो गया। वहीं दूसरी तरफ मेयर इन काउंसिल (एमआईसी) ने भी प्रस्ताव पारित किया है कि एमआईसी की अनुमति के बिना शहर में नए यूनिपोल न लगाए जाएँ।
शहर में कई जगह लगे हैं खतरनाक यूनिपोल
जानकारों का कहना है कि नागरिक सुरक्षा को ताक पर रखकर शहर में कई जगह खतरनाक यूनिपोल लगा दिए गए हैं। शहर के चौथा पुल, शास्त्री िब्रज, कछपुरा, विजय नगर, आईएसबीटी सर्विस लेन, गौरीघाट रेलवे ब्रिज, अधारताल, रांझी, गौरीघाट, तिलवाराघाट, सुपर मार्केट, अम्बेडकर चौक, रेलवे स्टेशन पर हवा में झूलते हुए यूनिपोल लगाए गए हैं, जो तेज आँधी और तूफान में गिर सकते हैं। यूनिपोल माफिया के दबाव में लगाए गए यूनिपोल दृश्यता को प्रभावित करने के साथ ही वाहन चालकों का ध्यान भी भटका रहे हैं। नागरिकों के लगातार विरोध के बाद भी खतरनाक यूनिपोल नहीं हटाए जा रहे हैं।
सड़क सुरक्षा समिति भी नहीं ले रही संज्ञान
शहर की सड़कों पर नागरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी सड़क सुरक्षा समिति की होती है। सड़क सुरक्षा समिति में कलेक्टर, एसपी, निगमायुक्त, ट्रैफिक डीएसपी और अन्य विभागों के सदस्य होते हैं। यदि कोई विभाग सड़कों पर नागरिक सुरक्षा से खिलवाड़ करता है, तो उस पर सड़क सुरक्षा समिति अंकुश लगाती है। जानकारों का कहना है कि नगर निगम के अधिकारी और यूनिपोल माफिया खुलेआम नागरिकों की सुरक्षा को ताक पर रखकर यूनिपोल लगवा रहा हैं, लेकिन सड़क सुरक्षा समिति इस मामले में कोई संज्ञान नहीं ले रही है।