जबलपुर: मेले में मिलेगी मोटे अनाज की संपूर्ण जानकारी

  • नए उद्यमी इस मेले को जरूर देखें
  • कोदो-कुटकी का बाजार मूल्य 150 रुपये प्रति किलो
  • आजकल मोटे अनाज पर जोर दिया जा रहा है, इन्हें हेल्थ के लिए वरदान माना जाने लगा है

Bhaskar Hindi
Update: 2024-05-11 08:54 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। मोटे अनाज के अंतर्गत आठ फसलें शामिल हैं। इसमें ज्वार, बाजरा, रागी, सावां, कंगनी, चीना, कोदो, कुटकी और कुट्टू को मोटा अनाज की फसल कहा जाता है। ये फसलें आम तौर पर सीमांत और असिंचित भूमि पर उगाई जाती हैं, इसलिए इनकी उपज स्थायी खेती और फसल विविधीकरण को प्रोत्साहित करती है।

आजकल मोटे अनाज पर जोर दिया जा रहा है, इन्हें हेल्थ के लिए वरदान माना जाने लगा है, पूरी दुनिया में इन मोटे अनाज को सुपर फूड भी कहा जाने लगा है तो कोई गलत नहीं, ये हैं ही इतने फायदेमंद और पौष्टिकता से भरपूर, मिलेट्स को एक समय कोई नहीं पूछता था, लेकिन जब से उसके गुणों के बारे में लोगों को पता चला तो दाम आसमान पर चले गए।

आज कोदो-कुटकी और ज्वार सबसे महंगे अनाजों में शुमार हैं। कोदो-कुटकी का बाजार मूल्य 150 रुपये प्रति किलो है, जबकि ज्वार 110 रुपये किलो है।

अनाजों में सबसे महंगी सफेद (पीली) मूंग 120 रुपये किलो इसके उद्योग कैसे स्थापना किए जा सकते हैं यहां पर आपको बताया जाएगा नए उद्यमी इस मेले को जरूर देखें।

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