जबलपुर: 900 मीटर का हिस्सा 6 किमी के फ्लाईओवर पर पड़ रहा भारी
- पूरे एक किलोमीटर के एरिया में जनता की हो रही फजीहत
- दमोहनाका के हिस्से में हजारों की आबादी अब भी परेशान
- ठेकेदार ने न तो वैकल्पिक मार्ग का प्रबंध किया, न निकलने के लिए कोई रास्ता दुरुस्त बनाया
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। दमोहनाका चौराहे से कृषि उपज मंडी की ओर इसी तरह दमोहनाका चौराहे से गोहलपुर की ओर कुल 900 मीटर में फ्लाईओवर का एक्सटेंशन किया जा रहा है।
यह लगभग एक किलोमीटर का हिस्सा है, लेकिन निर्माण के दौरान यह उस 6 किलोमीटर के शुरुआती हिस्से पर भारी पड़ रहा है, जो लगभग बन चुका है।
जनता को मदन-महल से दमोहनाका तक 6 किलोमीटर के हिस्से में उतनी तकलीफ नहीं हुई, जितनी दमोहनाका एरिया में जनता को इन दिनों हो रही है।
इसकी वजह यही है कि लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने इस हिस्से को ठेकेदार के ऊपर पूरी तरह से छोड़ दिया है।
क्षेत्र से निकलने वाली जनता तो यह तक आरोप लगा रही है कि दमोहनाका चौराहे के आसपास तो किसी तरह से निर्माण के दौरान निगरानी ही नहीं है।
पिछले दिनों एक पिलर का जाल गिर गया, अभी हालत ऐसी है कि जनता को चौराहे से 200 से 300 मीटर के दायरे में निकलना मुश्किल है।
ट्रैफिक का पूरी तरह से कबाड़ा है, न तो निकलने के वैकल्पिक प्रबंध ठेकेदार ने किये हैं, न सूचना बोर्ड, न डायवर्जन, हर तरह से बस इस पूरे हिस्से में पीक आवर्स में अटके वाहनों के बीच जनता की फजीहत है।
तीन फीट की गली से निकल रहे लोग
दमोहनाका चौराहे से चेरीताल की ओर आने में बाईं ओर तो तीन फीट की गली से वाहनों को निकाला जा रहा है। पारिजात बिल्डिंग के आगे एक हिस्से में गलीनुमा जगह से दोनों ओर के वाहन निकल रहे हैं।
कृषि उपज मंडी की ओर और गोहलपुर की ओर एक ही रोड में दो हिस्से के वाहन प्रवेश कर रहे हैं। न तो लोक निर्माण विभाग जनता की परेशानी समझ रहा है और न ही ट्रैफिक पुलिस यहाँ कभी नजर आती है।
दमोहनाका चौक पर यह आलम है कि आदमी 30 से 40 मिनट में आगे बढ़ पाता है। जैसे-तैसे आगे बढ़ने के बाद आदमी विभागों के नाकारेपन को कोसे बिना नहीं रहता है।
लोगों का कहना है कि एक संरचना के निर्माण के दौरान क्षेत्र की जनता इन दिनों ट्रैफिक से जूझते हुये अच्छी-खासी परीक्षा से गुजर रही है।