घूस लेते पकड़े गए सीजीएसटी अधिकारियों के घर व दफ्तर से 83.26 लाख कैश बरामद
सीबीआई ने 5 को बनाया आरोपी, कोर्ट में पेश कर ली 20 जून तक की रिमांड
डिजिटल डेस्क जबलपुर। इनकम टैक्स चौक स्थित केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर विभाग सीजीएसटी कार्यालय में 7 लाख की रिश्वत लेते हुए पकड़े गए सीजीएसअटी अधीक्षकद्वय कपिल कांबले, सौमेन गोस्वामी सहित 5 अधिकारियों को पुलिस ने आरोपी बनाया। सभी के कार्यालयों व घरों की रात 3 बजे तक तलाशी चली। तलाशी में सभी अधिकारियों के पास से कुल 83.26 लाख रुपए कैश बरामद किए गए। उसके बाद सभी को गिरफ्तार कर सीबीआई दफ्तर ले जाकर लंबी पूछताछ की गई। बुधवार को सभी को विशेष कोर्ट में पेश कर 20 जून तक की िरमांड पर लिया गया है।
ज्ञात हो कि दमोह नोहटा में गोपन तंबाकू प्रोडक्ट प्राइवेट लिमिटेड में विगत 18 मई को जीएसटी की टीम ने छापा मारकर कर चोरी उजागर होने पर फैक्ट्री को सीज कर दिया। कार्रवाई के दौरान जीएसटी प्रिवंटी ब्रांच के अधीक्षक कपिल कांबले सहित विभाग के 11 अधिकारी शामिल थे। इसकेे बाद फैक्ट्री को रिलीज करने के लिए 35 लाख की रिश्वत माँगी गई थी। इस मामले में फैक्ट्री मालिक त्रिलोकचंद सेन के मैनेजर भागीरथ राय व गिरिराज विजय द्वारा 12 जून को सीबीआई एसपी रिचपाल सिंह से शिकायत की गई थी। शिकायत की जाँच कर सीबीआई की टीम ने मंगलवार की शाम सीजीएसटी कार्यालय में छापा मारा और रिश्वत की रकम गिनते हुए अधीक्षक सहित 3 इंस्पेक्टरों को पकड़ा। जाँच के दौरान एक अन्य अधीक्षक सौमेन गोस्वामी की भूमिका भी नजर आने पर उनकी भी गिरफ्तारी की गई थी।
किस अधिकारी के पास मिली कितनी रकम
छापे के दौरान सीबीआई की करीब 10 घंटे चली जाँच-पड़ताल में अधीक्षक कपिल कांबले के घर से नकदी 3 लाख, इंस्पेक्टर प्रदीप हजारी के कैबिन से 16.88 लाख व घर से 41 लाख, इंस्पेक्टर विकास गुप्ता के कैबिन से 1.50 लाख व घर से 18.29 लाख व इंस्पेक्टर वीरेंद्र जैन के कैबिन से 2.60 लाख बरामद किए। इस तरह कार्यालय से रिश्वत की रकम के सहित 20.97 लाख व उनके घरों से 62.29 लाख कुल नगदी 83.97 लाख रुपए बरामद की गई है।
वाटसएप काल करके सौदेबाजी
जाँच में पता चला कि तंबाकू फैक्ट्री में कार्रवाई के बाद मामले को रफादफा करने के लिए शिकायतकर्ता के मोबाइल पर वाटसएप कालिंग कर रिश्वत की माँग की गई। परेशान होकर फैक्ट्री मालिक त्रिलोक सेन ने 3 जून को अधीक्षक कपिल कांबले से वाटसएप पर मैनेजर की बातचीत कराई और दूसरे मोबाइल से रिकार्डिंग कर ली। इस दौरान रिश्वत की बची हुई रकम 10 लाख में 7 लाख देना तय हुआ था। सीबीआई द्वारा इस रिकार्डिंग की पुष्ठि कराए जाने के बाद छापामारी की थी।
चल-अचल सम्पत्ति की जाँच
जानकारों के अनुसार रिश्वत के मामले में पकड़े गए अधिकारियों की चल-अचल सम्पत्ति की जाँच भी सीबीआई द्वारा शुरू कर दी गई है। जानकारों के अनुसार रिश्वत मामले में पकड़े गए कपिल कांबले का रांझी में व सौमेन गोस्वामी का सिविल लाइन क्षेत्र में आलीशान मकान है। वहीं इंस्पेक्टर प्रदीप हजारी का अधारताल, विकास गुप्ता का गढ़ा व वीरेंद्र जैन का राइट टाउन क्षेत्र में मकान है जो कि करोड़ों का बताया जा रहा है। सीबीआई द्वारा इन अधिकारियों की सम्पत्तियों का आंकलन कराया जा रहा है।
रिश्वत में मिले खराब नोट बदलवाए
जाँच में पता चला कि तंबाकू कारोबारी द्वारा रिश्वत की पहली किश्त 25 लाख रुपए दिए गए थे। इन नोटों की गिनती सीजीएसटी कार्यालय में आधी रात तक चली थी। नोटों की गिनती के दौरान 5 सौ के नोट वाली गड्डियों में से 17 हजार के नोट कटे-फटे या फिर खराब थे, इन नोटों को वापस लौटा दिया गया था। उसके बाद 6 जून को इन नोटों के बदले दूसरे नोट दिए गए थे।