किसानों का बकाया भुगतान उनके खातों में होगा जमा
सांसद पटेल के हस्तक्षेप के बाद मंत्रालय में हुई आपात बैठक
डिजिटल डेस्क, गोंदिया । धान उत्पादक किसानों की बकाया राशि उनके खाते में जमा की जाएगी। सांसद प्रफुल पटेल के हस्तक्षेप पश्चात मामले में किसानों को राहत मिलती दिख रही है। बता दें कि गोंदिया तहसील के ग्राम चुटिया में धान खरीदी करने वाली सहकारी संस्था का धान घोटाला सामने आने के बाद पणन विभाग ने संस्था में धान बिक्री करनेवाले किसानों के धान का भुगतान रोक दिया था। सैकड़ों किसानों ने विधायक विनोद अग्रवाल के निवास के सामने ठिया आंदोलन कर शासन-प्रशासन का ध्यानाकर्षण किया।
किसानों के आंदोलन की जानकारी मिलते ही सांसद प्रफुल पटेल ने हस्तक्षेप कर राज्य के खाद्य एवं नागरी आपूर्ति मंत्री, आपूर्ति विभाग के सचिव भांगे, मार्केटिंग फेडरेशन के प्रबंध संचालक तेलंग से तत्काल संपर्क कर किसानों के बकाया भुगतान(चुकारे) की राशि तत्काल किसानों के बैंक खाते में जमा करने संबंधी शासन स्तर पर निर्णय लेने की सूचना दी। इस संबंध मंे मंगलवार, 29 अगस्त को मंत्रालय में आपात बैठक बुलाई गई एवं देर शाम तक इस संबंध में निर्णय लेने की बात कहीं जा रही हंै। किसानों के खाते में उनकी राशि जमा करने की बात पणन विभाग के प्रबंध संचालक तेलंग द्वारा कहे जाने की सूचना मिली है। अगर यह निर्णय हो जाता है तो लगभग 3 माह के बाद ही किसानों की समस्या हल हो सकेगी। यहां बता दें कि धान बिक्री का भुगतान के लिए ग्राम चुटिया के 433 किसानों के साथ लगभग 800 किसानों ने जिला मार्केटिंग कार्यालय के अनेक चक्कर लगाए। लेकिन उन्हें आश्वासन के सिवाय अब तक कुछ नहीं मिला। 24 अगस्त को पूर्व विधायक राजेंद्र जैन के नेतृत्व में किसानों के प्रतिनिधिमंडल ने सांसद प्रफुल पटेल से भेंट कर उन्हें अपनी समस्या से अवगत कराया था। इस गंभीर मामले में हस्तक्षेप करते हुए सांसद पटेल ने संबंधित विभाग को तत्काल भुगतान की प्रक्रिया करने को कहा। इसी बीच 28 अगस्त से किसानों ने स्थानीय विधायक के निवास के समक्ष ठिया आंदोलन शुरु कर दिया है। पूर्व विधायक राजेंद्र जैन ने इस संबंध में सारी जानकारी सांसद पटेल को दी। जिस पर पटेल ने विभाग के अधिकारियों से संपर्क कर इस विषय में तत्काल निर्णय लेने के संबंध में चर्चा की। जिसके बाद आज 29 अगस्त को मंत्रालय में इस मामले को लेकर आपात बैठक बुलाई गई एवं देर शाम तक इस संबंध में निर्णय लेने की बात कही जा रही है। इसी प्रकार किसानों के चुकारे उनके खाते में जमा करने के संदर्भ में भी कार्रवाई किए जाने की बात विभाग के अधिकारियों द्वारा कही जा रही है। चुटिया की श्रीराम अभिनव सेवा सहकारी संस्था द्वारा खरीफ एवं रबी मौसम में की गई शासकीय धान खरीदी का धान शासन के पास जमा नहीं किया गया। परिणामस्वरूप फेडरेशन ने किसानों के चुकारे रोक दिए। इसके कारण लगभग 800 किसान संकट में आ गए हैं। धान बिक्री कर भी रुपए नहीं मिलने के कारण किसानों को साहुकारों एवं रिश्तेदारों के दरवाजे पर खड़े रहने की स्थिति आ गई है।