आफत: भरी बरसात में जलसंकट से जूझ रहे गड़चिरोलीवासी

बाढ़ के कारण अशुद्ध हुआ पानी, प्रशासन ने नहीं उठाए कोई कदम

Bhaskar Hindi
Update: 2023-09-21 10:48 GMT

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली । शहर वासियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए नगर परिषद प्रशासन ने करोड़ों रुपए की निधि खर्च कर जल शुद्धिकरण केंद्र आरंभ किया है। लेकिन यह केंद्र सफेद हाथी साबित होने लगा है। गोसीखुर्द बांध से लगातार तीन दिन तक छोड़े गये पानी के कारण वैनगंगा नदी में बाढ़ आने से शहर की जलापूर्ति पर विपरीत असर हुआ है। गत रविवार से बुधवार तक केवल एक ही बार लोगों के नलों में पानी पहुंचा। लेकिन यह पानी भी अशुद्ध होने के कारण अब लोगों को अपनी प्यास बुझाने के लिए हैन्डपंप अथवा निजी पानी कैन की दुकानों में कतार लग रही है। बावजूद इसके नप प्रशासन द्वारा जलापूर्ति नियमित करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाने से शहर वासियों में नाराजगीहै।

गड़चिरोली शहर में कुल 27 प्रभाग होकर यहां बसे नागरिकों को नगर परिषद के माध्यम से जलापूर्ति की जाती है। नप प्रशासन ने जलापूर्ति के लिए वैनगंगा नदी के बोरमाला घाट पर नल योजना आरंभ की है। इस नल योजना से जल शद्धिकरण केंद्र में पानी पहुंचाया जाता है। इस केंद्र में जल को शुद्ध करने के बाद शहर की सभी पानी टंकियों में पानी पहुंचाकर नलों के माध्यम से लोगों तक पानी उपलब्ध कराया जाता है। इस पानी के बदले नप प्रशासन हर वर्ष नागरिकों से पानी का टैक्स भी वसूलती है। इस बीच शुक्रवार को मध्यप्रदेश राज्य में हुई जोरदार बारिश के कारण भंड़ारा जिले के पवनी स्थित गोसीखुर्द बांध का पानी छोड़ने की प्रक्रिया आरंभ की गयी। एकसाथ 1 लाख 40 हजार क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ने के कारण गड़चिरोली जिले की वैनगंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया। इस नदी से जुड़ी अन्य नदियों में बाढ़ की स्थिति निर्माण होने से शुक्रवार से लगातार तीन दिनों तक जिलेभर में बाढ़ की स्थिति बनीं रहीं। इस कालावधि में शनिवार को नप प्रशासन ने सरकारी प्रेस नोट जारी करते हुए रविवार को पूरे दिन भर जलापूर्ति बंद रहने की सूचना नगर वासियों को दी। पंप हाऊस तक पहुंचने वाली सड़क बाढ़ के कारण बंद होने से एक दिन के लिए जलापूर्ति बंद रखी गयी। लेकिन दूसरे दिन भी जलापूर्ति पूर्ववत नहीं की गयी। रविवार से बुधवार तक केवल एक ही दिन नप प्रशासन ने नलों में पानी छोड़ा। जिससे लोगों को जलसंकट का सामना करना पड़ रहा है।

वर्तमान में गणेशोत्सव मनाया जा रहा है। सार्वजनिक गणेश मंडलों के साथ घरों में बप्पा की प्राणप्रतिष्ठा की गयी है। इस उत्सव के दौरान लोगों ने अपने घरों में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन भी किया है। लेकिन इसी दौरान जलापूर्ति प्रभावित होने से नगर वासियों को अब निजी पानी कैन की दुकानों में पहुंचकर पानी खरीदना पड़ रहा है। जलापूर्ति पूर्ववत नियमित करते हुए समस्या का निवारण करने की मांग नगर वासियों द्वारा की जा रहीं है।

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