वनविभाग की अनुमति के बगैर ही ग्रामसभा ने कटवा दिए पेड़
वनविभाग की टीम ने मारा छापा
डिजिटल डेस्क, कुरखेड़ा (गड़चिरोली)। सरकार ने ग्रामसभाओं को वनों के सर्वाधिकार प्रदान किए हैं। लेकिन किसी भी प्रकार के पेड़ों की कटाई करने के लिए ग्रामसभाओं को पहले वनविभाग की अनुमति लेनी पड़ती है। तहसील की डोंगरगांव ग्रामसभा ने नियमानुसार किसी तरह की अनुमति न लेते हुए पेड़ों की अवैध कटाई करने का मामला उजागर हुआ है। इस मामले में वनविभाग की टीम ने डोंगरगांव पहुंचकर छापामार कार्रवाई की। जिसमें लाखों रुपए के सागौन लट्ठों समेत बीजा लकड़ा जब्त किया गया। इस मामले में अब तक किसी के खिलाफ अपराध दर्ज नहीं किया गया है। वहीं मामले की गहनता से जांच करने के आदेश विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने दिए है। जानकारी के अनुसार, डोंगरगांव ग्रामसभा ने गत जुलाई माह में अपने अधिनस्थ वन में पेड़ों की अवैध रूप से कटाई की। मंगलवार को गश्त पर तैनात वन कर्मचारियों को पलसगांव के खेत परिसर में काटे गए लकड़ों के लट्ठे पाए गए। इसकी सूचना उन्होंने तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को दी। जानकारी के िमलते ही कुरखेड़ा की वन परिक्षेत्र अधिकारी मनीषा कुंभलकर और उनकी टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर पंचनामा किया। इस समय 17 सागौन के लट्ठों के साथ एक बीजा का लकड़ा जब्त किया गया। जानकारी के अनुसार इनमें से 12 लट्ठों की रसीद ग्रामसभा के पास है। लेकिन पेड़ों की कटाई संदर्भ में वनविभाग से किसी तरह की अनुमति नहीं लेने के कारण विभाग की टीम ने सारा माल जब्त कर लिया है। कार्रवाई आरएफओ कुंभलकर, वनरक्षक सुप्रिया दुर्गे, मयुकर कलमकर, क्षेत्र सहायक डी. डी. उईके आदि की टीम ने की।