मिशन 2024 : केन्द्रीय मंत्रिमंडल के लिए शिंदे ने सुझाए दो नाम
मुंबई और विदर्भ से एक-एक सांसद का नाम आगे बढ़ाया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली । 2024 लोकसभा चुनावों से पहले मोदी मंत्रिमंडल का आखिरी फेरबदल जुलाई के पहले सप्ताह में होने की संभावना है। केन्द्रीय मंत्रिमंडल में इस बार सहयोगी दलों का प्रतिनिधित्व बढ़ेगा। इस क्रम में शिवसेना (शिंदे गुट) को भी केन्द्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिलेगी। इसे लेकर केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बीच गुरूवार को देर रात तक मंत्रणा हुई। इस दौरान उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस भी मौजूद थे। जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री शिंदे ने केन्द्रीय मंत्रिमंडल के लिए अपनी पार्टी की ओर से दो सांसदों का नाम सुझाया है। इनमें से एक सांसद मुंबई से तो दूसरा विदर्भ से है।
सिर्फ एक कैबिनेट पद देने के पक्ष में है भाजपा
सूत्र बताते हैं कि मुख्यमंत्री शिंदे ने केन्द्रीय मंत्रिमंडल में शिवसेना कोटे से एक कैबिनेट और एक राज्य मंत्री बनाने की मांग की है। लेकिन भाजपा नेतृत्व शिवसेना को सिर्फ एक कैबिनेट मंत्री देने के पक्ष में है। भाजपा के शीर्ष नेताओं का तर्क है कि पूर्व में जब 18 सांसदों वाली शिवसेना को एक कैबिनेट पद मिला था, तब मौजूदा 13 सांसदों वाले शिंदे गुट को दो मंत्री पद देने का कोई औचित्य नहीं बनता है। हालांकि मुख्यमंत्री ने दो मंत्री पद की मांग रखते हुए तर्क दिया है कि जल्द ही लोकसभा और महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव होने हैं। ऐसे में यदि उनके कोटे से ज्यादा मंत्री बनाए जाने का अच्छा संदेश जाएगा और फायदा आखिरकार एनडीए को मिलेगा। सूत्र यह भी बताते हैं कि शिवसेना सिर्फ एक कैबिनेट मंत्री पद लेने की बजाय चाहती है कि उसके कोटे से केन्द्र में दो राज्य मंत्री बनाए जाएं। अब देखना यह है कि भाजपा नेतृत्व शिवसेना की किस मांग को तबज्जो देता है।
भाजपा को अकाली दल की ‘हां’ का है इंतजार
भाजपा के सूत्र बताते हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लोजपा (रामविलास) के चिराग पासवान और अकाली दल की हरसिमरत कौर को भी मंत्रिमंडल में शामिल करना चाहते हैं। लेकिन चिराग फिलहाल अपने चाचा और केन्द्रीय मंत्री पशुपति पारस के रहते मंत्रिमंडल में आने से बच रहे हैं तो वहीं अकाली दल ने अभी तक अपनी रजामंदी नहीं दी है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले दिनों गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा और पार्टी के संगठन महासचिव बी एल संतोष के साथ सरकार और संगठन में फेरबदल को लेकर लंबी मंत्रणा की है।