अब तीन महीने तक ताड़ोबा कोर में जंगल सफारी बंद
1 अक्टूबर से ले सकेंगे पर्यटन का लाभ
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। बाघों के लिए विश्वभर में प्रसिध्द ताड़ोबा अंधारी व्याघ्र प्रकल्प 1 जुलाई से पर्यटकों के लिए जंगल सफारी बंद रहेगी। जिससे पर्यटकों को कुछ निराशा होगी। जानवरों के प्रजनन के समय उनकी हलचलों को अबाधित रखने के लिए राष्ट्रीय व्याघ्र संवर्धन प्राधिकरण नई दिल्ली के निर्देशानुसार 1 जुलाई से विदर्भ के ताड़ोबा समेत अन्य व्याघ्र प्रकल्प पर्यटकों के लिए बंद रहेंगे। 1 जुलाई से 30 सितंबर तक कोर जोन में सफारी बंद रहेगी, किंतु इस दौरान बफर जोन में जंगल सफारी शुरू रहेगी। जिससे पर्यटक जंगल सफारी का लुत्फ उठा सकेंगे। उसी प्रकार ताड़ोबा अंधारी व्याघ्र प्रकल्प के अनेक भीतरी मार्ग आज भी कच्चे होने की वजह से बरसात के दिनों में उन मार्गों पर पानी भर जाता है। जिप्पसियों के फंसने का डर रहता है, इसलिए बरसात के दिनों में प्रतिवर्ष 1 जुलाई से 30 सितंबर तक जंगल सफारी बंद रहती है।
बारिश में बेरोजगार हो जाते हैं गाइड और चालक
बरसात के दिनों में ताड़ोबा अंधारी व्याघ्र प्रकल्प के कोर जोन में जंगल सफारी बंद रहने से काम करने वाले गाइड और ड्राइवरों को आर्थिक मदद देने की मांग विधायक प्रतिभा धानोरकर ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार से की है। ताड़ोबा में बड़ी संख्या में पर्यटक आते हंै। उन्हे जंगल में भ्रमण के लिए जंगल सफारी सेे उनकी आय होती हैं, किंतु बरसात के दिनों में 1 जुलाई से तीन महीने के लिए जंगल सफारी बंद कर दी हंै। इससे उनकी आय बंद हो जएगी। इसलिए गाइड और ड्राइवरों को न्यूनतम आर्थिक मदद देने की मांग मुख्यमंत्री व वनमंत्री से की है।