आत्महत्या: पत्नी के सामने स्वयं को निर्दोष नहीं साबित कर सका "निर्दोष'
चार माह पहले पुत्र ने की थी आत्महत्या
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर । पति-पत्नी सुखी संसार रुपी गाड़ी के पहिये हैं। दोनों में मतभेद होने से सुखी संसार तबाह हो जाता है। इसी प्रकार के मतभेद की वजह से विसापुर का एक परिवार बर्बाद हो गया है। जुलाई में पुत्र प्रियांशु ने घर में अपनी ईहलीला समाप्त कर ली। इससे गृहक्लेश बढ़ गया और दिवाली त्योहार के दिन रेलवे पटरी पर पति ने भी अपनी जान दे दी। यह ह्दयविदारक घटना रविवार 12 नवंबर की सुबह 11 बजे चंद्रपुर-बाबूपेठ रेलवे मार्ग पर घटी। मृतक का नाम विसापुर निवासी निर्दोष नामदेव जयकर ( 46) है। इस घटना से कहा जा रहा पत्नी के सामने स्वयं को निर्दोष नहीं साबित कर सका "निर्दोष'।
बल्लारपुर तहसील के विसापुर निवासी निर्दोष जयकर का 18 वर्ष पूर्व चंद्रपुर निवासी ज्योत्सना के साथ विवाह हुआ। शादी करने के बाद दोनों ने सुखी जीवन का सपना देखा। उनकी शादी में प्रियांशु नाम का पुत्र हुआ किंतु धीरे-धीरे बहस असहमति में बदल गई। ऐसे ही जोत्सना ने निर्दोष को परिवार से अलग कर दिया। निर्दोष चंद्रपुर के एक गैस सिगड़ी मरम्मत की दुकान में काम करता था। ज्योत्सना अपने पिता के चंद्रपुर स्थित भिवापुर वार्ड के घर में पति निर्दोष और पुत्र प्रियांशु को लेकर गई किंतु वहां पर भी दोनों के बीच के मतभेद नहीं थमे। पत्नी ज्योत्सना ने निर्दोष को मानसिक रूप से प्राताड़ित करना शरू खा। यह पुत्र प्रियांशु रोज देखता था और गुस्से में 10 जुलाई 2023 को घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इससे दोनों के बीच मतभेद के बीच अनबन रहने लगी। आए दिन झगड़े होने लगे। पत्नी ज्योत्सना की मानसिक और शारीरिक पीड़ा से तंग आकर रविवार को दिवाली के दिन चंद्रपुर-बाबूपेठ रेल मार्ग पर उसने आत्महत्या कर ली। निर्दोष के बड़े भाई अमर जयकर की रिपोर्ट के आधार पर चंद्रपुर शहर पुलिस ने ज्योत्सना के खिलाफ धारा 306, 34 के तहत अपराध दर्ज किया है। इस घटना के बाद चर्चा हो रही है की निर्दोष मरने तक स्वयं को "निर्दोष'नहीं साबित कर सका है।
अंतिम संस्कार में नहीं पहुंची पत्नी
विसापुर निवासी निर्दोष जयकर की ट्रेन दुर्घटना में रविवार को मृत्यु हो गई। जिला सरकारी अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद रात को शव विसापुर लाया गया। इसकी सूचना पत्नी ज्योत्सना को दी किंतु वह बाहर गांव होेने की बात कही। सोमवार को श्मशान भूमि में निर्दोष का अंतिम संस्कार किया गया किंतु उसकी पत्नी ज्योत्सना के न पहुंचने से चर्चाओं का बाजार गर्म है। चार महीने पूर्व पुत्र ने आत्महत्या कर ली और अब पति भी छोड़ गया और वह अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हुई?