राहत: वेकोलि के तड़ाली परिसर में घूम रहे बाघ को पकड़ा
वनविभाग ने ट्रैंक्युलाइज कर पकड़ा
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। ताड़ाली के वेकोलि केंद्रीय वर्कशॉप परिसर में घूम रहे बाघ को वनविभाग ने ट्रैंक्युलाइज कर पकड़ा। चंद्रपुर-नागपुर ताड़ाली क्षेत्र में वेकोलि का वर्कशॉप है। जहां कुछ कामगारों को परिसर में बाघ दिखाई दिया जिसके बाद इसकी सूचना वेकोलि अधिकारी को दी गई। क्षेत्र में बाघ होने की जानकारी अधिकारियों ने वनविभाग को दी गई। जानकारी मिलने पर वनविभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची तो उन्हें बाघ होने की पुष्टि हुई। यह वाघ काफी संवेदनशील परिसर में हाेने पर उसे वेकोलि प्रशासन ने रेस्क्यू करने की मांग की। वर्कशॉप के पीछे जिस क्षेत्र में बाघ था, वहां मजदूर काम करते हैं, जिससे बाघ को रेस्क्यू करना आवश्यक था। इस क्षेत्र में चारों ओर बड़ी दीवार होकर बड़ी झाड़ियां हैं। जहां दिन में भी जाने डर लगता है। एेसे परिसर में बाघ को रेस्क्यू करने मुश्किल था। लेकिन बाघ से मजदूरों के जान को खतरा हो सकता है, जिससे उसे पकड़ना आवश्यक था।
परिस्थिति को देखते हुए वनपरिक्षेत्र अधिकारी जी.आर नायगमकर ने बाघ को रेस्क्यू करने को कहा। तत्काल ट्रंैक्युलाइज कर एक घंटे में बाघ को पकड़ा गया जिसके बाद उसे तत्काल टीटीसी चंद्रपुर में ले जाया गया। यह बाघ इसके पूर्व भी वर्कशाप में आया था। दौरान उसे पटाखे फोड़कर भगाया गया था। पिछले दो माह में दो बाघों को रेस्क्यू कर पकड़ने की जानकारी वनपरिक्षेत्र अधिकारी चंद्रपुर ने दी। हालांकि वर्कशाप के चारो ओर बड़ी दीवार रहने के बाद भी बाघ कैसे पहुंचा यह प्रश्न उपस्थित हुआ है। जिससे वेकोलि ने इस ओर ध्यान देना चाहिए। रेस्क्यू के दौरान जी.आर नायगमकर वनपरिक्षेत्र अधिकारी चंद्रपुर, मंगेश गिरडकर सहायक वनसंरक्षक, शेंडगे सहायक वनसंरक्षक मध्य चांदा के मार्गदर्शन में उईके, आर.आर.यू टीम वणकर, शुटर दुपरे, डांगे, मटामी , दहेगवकर वनरक्षक, पीआरटी टीम, वेकोलि टीम, सीएसटीपीएस की टीम ने बाघ को पकड़ा।