पोल्यूशन: चंद्रपुर की आबोहवा हुई जहरीली , शाम ढलते ही छा जाती है धुंध
स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। चंद्रपुर की हवा बेहद खराब हो गई। चंद्रपुर का एअर क्वालिटी इंडेक्स 354 रिकार्ड किया गया, जो इस सर्दी के सीजन में सर्वाधिक है। चंद्रपुर का प्रदूषण उच्च स्तर पर पहुंचने से लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। रविवार रात से चंद्रपुर में सर्वत्र कोहरे की स्थिति थी। विजिबिलीटी भी लगभग 200 मीटर हो गई थी। यह स्थिति इनवर्जन के कारण हुई है। पर्यावरण क्षेत्र के जानकार प्रा.सुरेश चोपने ने बताया कि, आमतौर पर जमीन गर्म रहती है और उपरी हिस्सा ठंडा रहता है किंतु रविवार रात से इसके विपरीत हुआ है। मतलब जमीन ठंडी हुई और उपरी सतह गर्म रहा। इसे इनवर्जन कहते हैं। अक्सर ठंड के दिनों में दो-तीन बार ऐसी स्थिति निर्माण होती है। इससे प्रदूषण चरम पर रहता है। इस समय हवा स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक होती है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने सोमवार को चंद्रपुर का एक्युआई 354 रिकार्ड किया गया। जो बेहद खराब है।
चंद्रपुर बिजली केंद्र से निकलनेवाला धुआं और भाप शहर पर मंडरा रही थी। हवा के दबाव के कारण धुआं व धूल स्मॉग का रूप ले रही थी। सुबह शाम पड़ने वाली धंुध स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल रही है। दमा रोगियों को सबसे अधिक परेशानी हो रही है। नेत्र और छाती के रोगी भी एकाएक बढ़ रहे हैं। वायरल बुखार, दमा, छाती के रोग जैसे विविध शिकायतें लेकर लोग अस्पताल पहंुच रहे हंै। स्मॉग से एलर्जी के रोगी भी बढ़ रहे हैं। आंखों में जलन के साथ एलर्जी हो रही है। डॉक्टरों की लोगों को सलाह है कि ऐसे दिनों में सुबह व शाम सैर करने से बचें। मास्क का उपयोग करें। स्मॉग हार्ट, टीबी व किडनी के रोगियों के लिए बेहद खतरनाक है। स्मॉग और मौसम बदलाव से मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। वहीं प्रदूषण कम करने के लिए मनपा द्वारा मशीन से पानी का छिड़काव किया जा रहा है, जो अपर्याप्त है। चंद्रपुर औद्योगिक जिला है। यहां सर्दियों के दिनों में स्थिति और भी खराब हो जाती है। बावजूद प्रदूषण नियंत्रण मंडल और प्रशासन तथा जनप्रतिनिधि आवश्यक उपाय योजना नहीं कर पा रहे हंै। फलस्वरूप लोगों को भीषण प्रदूषण का सामना करना पड रहा है।