दहशत: जंगल में लकड़ियां चुनने गया था , घात लगाकर बैठे बाघ ने किया ग्रामीण का शिकार
- वनविभाग के मना करने के बावजूद लोग जा रहे जंगल में
- जनवरी से अब तक बाघ के हमले में तीसरी मौत
- वन परिक्षेत्र में सीसीटीवी लगाने की मांग
डिजिटल डेस्क, सिंदेवाही (चंद्रपुर)। सिंदेवाही तहसील में आने वाले सिंदेवाही वनपरिक्षेत्र प्रादेशिक के उपवनपरिक्षेत्र सिंदेवाही के नियत क्षेत्र कच्चेपार के कक्ष क्र. 254 के जंगल परिसर में लकड़ियां काटने गए पलसगांव जाट निवासी श्रीकृष्ण सदाशिव कोठेवार (51) जंगल में लकड़ियां काट रहा था कि अचानक बाघ ने पीछे से हमला कर दिया, जिसमें उसकी मौत हो गई ।
घटना की जानकारी वन विभाग को मिलते ही सिंदेवाही के वनपरिक्षेत्र अधिकारी विशाल सालकर, क्षेत्र सहायक मसराम, क्षेत्र सहायक कुडमेथे व वन विभाग की टीम, पुलिस स्टेशन सिंदेवाही के थानेदार तुषार चव्हाण, पीएसआई सागर महल्ले , पुलिस दल, राजस्व विभाग की पटवारी धनश्री कन्याकुमारी आदि ने घटनास्थल पहुंचकर शव का पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए ग्रामीण अस्पताल सिंदेवाही भेज दिया है। सिंदेवाही तहसील में आए दिन मानव व वन्यजीव संघर्ष बढ़ता जा रहा है। सिंदेवाही तहसील के नागरिकों ने बाघ का बंदोबस्त करने की मांग की है। सिंदेवाही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी सामाजिक न्याय विभाग के तहसील अध्यक्ष सचिन रामटेके ने मृतक के परिवार को तत्काल आर्थिक सहायता देने की भी मांग की है।
इस वर्ष जिले में तीसरी मृत्यु : इस वर्ष जनवरी से अब तक बाघ के हमले में यह तीसरी मौत है। जनवरी महीने में कुल 2 लोगों की बाघ के हमले में मौत हो गई थी। सोमवार की घटना के साथ ही जनवरी से अब तक जिले में कुल 3 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके पूर्व 25 जनवरी को चिमूर तहसील के निमडेला गांव निवासी रामभाऊ हनवते (52) जो चौकीदार के रूप मे ठेका पध्दति से काम रह रहा था। काम से वापस लौटते समय झाड़ियों में घात लगाए बैठे बाघ ने उस पर हमला कर दिया था जिससे उसकी मौत हो गई थी। इसके पूर्व 7 जनवरी की दोपहर मध्य चांदा वन विभाग के अंतर्गत बल्हारशाह वन परिक्षेत्र के नियतक्षेत्र कारवा 1 आरक्षित कक्ष क्रमांक 492 में बल्लारपुर के राजेंद्र प्रसाद वार्ड, निवासी श्यामराव रामचन्द्र तिडसुरवार (63) पर बाघ ने हमला कर दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। श्यामराव जंगल में जलाऊ लकड़ियां लाने गया था। इस प्रकार जनवरी से अब तक जिले में कुल 3 लोग बाघ का शिकार हो चुके है जिसमें दो जलाऊ लकड़ियां लाने वालों का समावेश है।
परिवार को 25 हजार की तत्काल सहायता : सिंदेवाही वनपरिक्षेत्र के प्रादेशिक वनपरिक्षेत्र अधिकारी विशाल सालकर ने लोगों को जंगल में जलाऊ लकड़ियाें के लिए जाने से मना किया जाता है। बावजूद लोग चोरी छुपे जंगल में जाते हैं। मृतक के परिवार को तत्काल सहायता के रूप में 25 हजार रुपए दिए हैं और परिसर में कैमरे लगाए जाने की भी जानकारी दी।