संघर्ष: शिकार के लिए दो बाघों में संघर्ष, एक की मौत, एक घायल
वहानगांव के जंगल परिसर के खेत की घटना
डिजिटल डेस्क, चिमूर (चंद्रपुर)।शिकार को लेकर दो बाघाें की बीच हुए संघर्ष में एक की मौत हो गई। जबकि दूसरा घायल है। घटना चंद्रपुर जिले के चिमूर वनपरिक्षेत्र के बफर जोन के जंगल में हुई। प्राप्त जानकारी के अनुसार चिमूर वनपरिक्षेत्र अंतर्गत खड़संगी बिट के बफर जोन जंगल समीप खेत खलियान में शनिवार 10 नवंबर को दोपहर 2 बजे किसान मुरलीधर दोडके खेत में बैल चराने ले जा रहा था। जहां पीछे से आकर बाघ ने बैल पर हमला कर खींचते हुए शिकार किया।
बाघ दिखते ही किसान भाग गया। इस दरम्यान वनविभाग ने घटना का पंचनामा किया था। यह शिकार खेत के जंगल समीप होने से बाघ फिर से मंगलवार को शिकार खाने आया था। वही दूसरा बाघ शिकार देखकर वह भी आया। इस कारण दो बाघों में लड़ाई हुई। यह संघर्ष सुभाष दोडके के खेत में हुआ। बाघ का संघर्ष करीब 2 घंटे तक चला। इसकी जानकारी किसान ने ग्रामीणों को दी। खबर हवा की तरह फैलते ही खेत में भीड़ जमा हो गई। नागरिकों को देखकर एक बाघ जंगल में भाग गया। जानकारी मिलते ही वनविभाग की टीम मौके पर पहुंची। चिमूर वनपरिक्षेत्र अधिकारी किशोर देऊरकर, राजू मेश्राम, उत्तम घुगरे, रूपेश चौधरी, संजय पाटील, खडसंगी बफर वनपरिक्षेत्र वनाधिकारी किरण धानकुटे, जी एम हिंगणकर, राजेन्द्र मेश्राम,अजय ढवले,पीआरटी टीम, पीसीसीएफ प्रतिनिधि आमोद गौरकर तथा शेगांव पुलिस उपस्थित हुए थेे।
तो मृत बाघ को उठाने नहीं दूंगा : किसान दोडके ने खेत में चने की फसल ली है। लेकिन मृत बाघ को देखने के लिए बड़े पैमाने पर नागरिक आए जिससे फसल तहस-नहस हो गई और किसान का नुकसान हुआ। जब तक वनविभाग मुआवजा नहीं देगा तब तक मृत बाघ को उठाने नहीं देने की भूमिका किसान ली थी।