प्रशासन को चूना: चंद्रपुर के तिरावंजा में करोड़ों रुपए के गौण खनिज का हुआ उत्खनन
ट्रान्सपोर्टर व संबंधितों पर तत्काल कार्रवाई करने की मांग
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। चंद्रपुर समीप तिरावंजा परिसर में करोड़ों रुपयों का गौण खनिज उत्खनन हुआ है। ट्रान्सपोर्टर श्यामकांत थेरे व उनके सहयोगियों पर यहां अवैध तरीके से गौण खनिज का उत्खनन कर सरकार का राजस्व डूबाने का गंभीर आरोप लगाते हुए प्रशासन से यहां उत्खनन किए जगह का मोजमाप कर गैरकानूनी रूप से गौण खनिज का उत्खनन करने वाले ट्रान्सपोर्टर व संबंधितों के खिलाफ फौजदारी अपराध दर्ज करने की मांग महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना(मनसे) ने की है, अन्यथा तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है। इस संबंध में मनसे की ओर से वरोरा उपविभागीय अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया।
ज्ञापन में बताया है कि, चंद्रपुर तहसील के छोटा नागपुर मार्ग से तिरवंजा क्षेत्र में जो परिसर भद्रावती तहसील के अंतर्गत आता हंै। वहां ट्रान्सपोर्टर श्यामकांत थेरे व उनके सहयोगियों द्वारा मर्यादा से अधिक उत्खनन किया जा रहा है। इससे वहां परिसर में बड़े-बड़े गड्ढे तैयार हुए हंै। जबकि यह क्षेत्र अंधारी व्याघ्र प्रकल्प से सटा है और यहां बाघ, तेंदुए जैसे वन्यजीवों का विचरण है। ऐसे में वन्यजीवों की गड्ढे में गिरकर उनकी जान जा सकती हंै। बताया है कि जितनी अनुमति इस क्षेत्र में है, उससे कई गुना अधिक गौण खनिज उत्खनन किया गया। इसलिए इसकी जांच पड़ताल व मोजमाफ की जाए, जिससे करोड़ों रुपयों का राजस्व डूबने की बात सामने आ सकती हैं। मनसे ने आरोप लगाया है कि, श्यामकांत थेरे ने अवैध गौण खनिज व रेत उत्खनन कर सरकार का राजस्व डूबाने का सिलसिला शुरू किया है। इसलिए उनके चल-अचल संपत्ति की जांच पड़ताल हुई तो करोड़ो रुपयों के राजस्व की चोरी कर खुद प्रॉपर्टी जमा करने की बात सामने आ सकती हैं। आरोप लगाया है कि उनके अवैध उत्खनन को राजस्व अधिकारी ही जिम्मेदार है। उनके सांठगांठ से ही यह उत्खनन चल रहा हंै। इसलिए उत्खनन किए जगह का मोजमाप कर उसका मूल्यांकन कर जुर्माना वसूलकर वह पैसा सरकार की तिजोरी में जमा करें और गैरकानूनी रूप से गौण खनिज उत्खनन करने संबंध में ट्रान्सपोर्टर श्यामकांत थेरे व उनके सहयोगियों के खिलाफ फौजदारी अपराध दर्ज करें अन्यथा मनसे द्वारा तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी ज्ञापन के माध्यम से दी गई है।