संज्ञान: विमला रेलवे साइडिंग में प्रदूषण नियमों का उल्लंघन

नियमों के अनुसार कोल स्टाेरेज बराबर नहीं रखा

Bhaskar Hindi
Update: 2023-10-19 12:30 GMT

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। ताड़ाली एमआईडीसी परिसर में स्थित विमला रेलवे साइडिंग में प्रदूषण मापदंडों का उल्लंघन होने पर महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने विमला इन्फ्रास्ट्रक्चर इंडिया प्रा.लि. को शोकॉज नोटिस दिया है। नोटिस में बताया कि, स्टॉक यार्ट पर नियमों के अनुसार कोल स्टाेरेज बराबर नहीं रखा था। ट्रकों का रिकार्ड भी नहीं था। किस प्रकार का मटेरियल यहां से ट्रान्सपोर्टिंग कर रहे? इसकी जानकारी नहीं दी थी। बहुत अधिक कोल स्टॉक बिना त्रिपाल ढंके हुए रखा था। इसके अलावा कई त्रुटियां रेलवे साइडिंग पर पाए जाने पर एमपीसीबी ने 5 अक्टूबर 2023 को उक्त कंपनी को नोटिस जारी किया है।

यहां हाेती है कोयले की हेराफेरी : देश के अलग-अलग राज्य के पॉवर प्लांट में कोयला भेजने के लिए इसी रेलवे साइडिंग पर विविध खदानों से कोयला आता है। साइडिंग पर कोयले में बैड मटेरियल मिक्सिंग की जाती है और उसके बाद मालगाड़ियों में कोयला लोड करके आगे भेजा जाता है। यह गोरखधंधा खुलेआम चलता है। बावजूद कोई विभाग इस ओर ध्यान नहीं देता।

पहले भी हो चुकी है कार्रवाई : यहां बड़े पैमाने पर गोरखधंधा चलने से रेलवे साइडिंग पर कई बार विविध विभागों ने छापे भी मारे हंै। कोयले में मिक्सिंग करने का खेल पिछले कई वर्षों से चल रहा है। खुलेआम बैड मटेरियल याने रिजेक्ट कोल व चारकोल को मिक्सिंग किया जाता है। महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने पिछले वर्ष भी कार्रवाई करते हुए क्लोजर नोटिस जारी किया था।

बैड मटेरियल की होती है मिक्सिंग : खदानों से विविध जगह जानेवाले कोयला इसी रेलवे साइडिंग के माध्यम से जाता है। साइडिंग पर कोयला आते ही उसमें विविध कंपनियों से निकलनेवाला बैड मटेरियल यहां लाकर कोयले में मिक्स किया जाता है। बताया जाता है कि, इस गोरखधंधे में ट्रान्सपोर्टर, कोल वॉशरी, पॉवर प्लांट, रेलवे विभाग, महाजेनको, महाराष्ट्र स्टेट माइनिंग कार्पोरेशन, सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ माइनिंग एंड फ्यूल रिसर्च आदि विभाग के कुछ अधिकारी, कर्मचारी शामिल हैं।

अभी नहीं बता सकता : इस संबंध में और अधिक जानकारी के लिए एमपीसीबी के रिजनल ऑफिसर तानाजी यादव को पूछने पर उन्होंने बताया कि, मैं अभी नहीं बता सकता।

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