फ्रॉड: किसी और के नाम फाइनेंस पर वाहन खरीदकर दूसरे को बेचने वालों का गिरोह पकड़ाया

  • 3 गिरफ्तार, 32 लाख रुपए का माल जब्त
  • लोगों के दस्तावेज पर खुद उठाते थे लोन
  • ट्रक, टैक्टर से लेकर छोटे वाहन है शामिल

Bhaskar Hindi
Update: 2024-01-24 10:43 GMT

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। नागरिकों के नाम पर फाइनेंस से वाहन खरीदकर वह वाहन दूसरे को बेचने का गोरखधंधा करने वालों का पर्दाफाश एलसीबी ने किया। नागभीड़ तहसील के सावरगांव निवासी आरोपी आशीष सहारे व उसके दो सहयोगी आरोपी मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा निवासी पवन साहू, बालाघाट निवासी संदीप कनासिया तीनों मित्र हैं। उन्होंने मिलकर इस अपराध की योजना बनाई। नागभीड़ निवासी आशीष सहारे ने गांव के गरीब नागरिकों को अपने जाल में फंसाना शुरू किया। इसमें नारायण पर्वते के नाम पर चार पहिया लिया, पर्वते के सभी दस्तावेज लेकर उस पर कर्ज भी लिया। इसके बाद वह वाहन बेचा, वाहन खरीदने वाले को वाहन के दस्तावेज नहीं  दिए ।

कुछ दिनों बाद फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी पर्वते से वाहन के हफ्ते मांगने आए। लेकिन वाहन लिया ही नहीं ऐसी जानकारी दी। उसके बाद फाइनेंन कंपनी के कर्मचारयों ने सभी जानकारी पर्वते को दी। अपने साथ धोखाधड़ी की बात ध्यान में आने के बाद पुलिस थाने में शिकायत दर्ज की गई। जिला पुलिस अधीक्षक रवींद्र परदेशी ने मामले की जांच स्थानीय अपराध शाखा पुलिस निरीक्षक महेश कोंडावार को सौंपी। अपराध शाखा ने इस मामले तक पहुंचने टीम गठित की। जांच करने पर इस मामले में एलसीबी ने 1 स्कॉर्पिओ, 1 ट्रैक्टर व 14 मोटरसाइकिल कुल 16 वाहन कीमत 32 लाख 20 हजार रुपए का माल जब्त किया। एलसीबी ने तीनों को गिरफ्तार कर रामनगर पुलिस थाना में धारा 420 अंतर्गत अपराध दर्ज किया। जिला पुलिस अधीक्षक रवींद्र परदेशी ने जनता से आह्ववान किया कि वाहन खरीदते समय शोरूम से वाहन की जानकारी ले, दस्तावेज की पड़ताल करें। किसी को भी दस्तावेज न दें, एेसी धोखाधड़ी होने पर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करें।

युवक की बेरहमी से हत्या :  बल्लारपुर तहसील के विसापुर गांव में एक युवक की बेरहमी से हत्या का मामला सामने आया है। बल्लारपुर पुलिस ने मामले में तीन लोगों को संदिग्ध के तौर पर हिरासत में लिया है। मृतक की पहचान विसापुर निवासी सचिन भाऊजी वंगणे (37) के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार, सचिन वंगणे ड्राइवर का काम करता था। उसकी शादी 12 साल पहले हुई थी। लेकिन शराब की लत के कारण उसकी पत्नी और बेटा उसके पास नहीं रहते थे। बूढ़ी मां मीराबाई वंगणे ही उसका सहारा थीं। लेकिन मां भी उसकी लत से तंग आ चुकी थी और बगल के घर में सोने जा रही थी। सोमवार को सचिन ने शराब पीने की जानकारी है। वह कुछ समय रामलला प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव पर आयोजित रैली में भी शामिल हुआ था। रात करीब 9 बजे महाप्रसाद का भोजन करने के बाद वह घर के दरवाजे के सामने सो गया। उसी समय उसकी मां मीराबाई ने उससे पूछने पर उसने कहा कि सुबह जल्दी उठा देना, मुझे गाड़ी लेकर जाना है। मंगलवार सुबह जब सचिन की मां उसे जगाने गई तो वह खून से लथपथ पड़ा था। शराब की लत के कारण अज्ञात हत्यारों ने उसकी हत्या करने की आशंका जताई जा रही है। इस घटना की जानकारी विसापुर चौकी के कर्मचारी दुष्यंत गोडबोले, जीवन पाल व घनश्याम साखरकर ने बल्लापुर पुलिस थाने के पुलिस निरीक्षक उमेश पाटील को दी।


 

Tags:    

Similar News