राहत: अंतत: गोसीखुर्द प्रशासन ने सायगांव नहर में छोड़ा पानी
6 गांव धान के फसल की होगी सिंचाई
डिजिटल डेस्क, ब्रह्मपुरी(चंद्रपुर)। तहसील के किसानों की मुख्य फसल धान है। इन दिनों भारी धान को सिंचाई की आवश्यकता है किंतु हाल के दिनों में बरसात नहीं हुई है उसी प्रकार गोसीखुर्द नहर का पानी बंद था। इस वजह से सायगांव परिसर के लगभग 6 गांव के किसानों के धान की फसल संकट में आ गई थी। इसलिए परिसर के किसानों ने विपक्षी नेता विजय वडेट्टीवार को समस्या से अवगत करवाया। वडेट्टीवार की सूचना पर गोसीखुर्द प्रशासन ने नहर में पानी छोड़ा है जिससे किसानों के धान को संजीवनी मिली है। अक्टूबर का आधा महीना बीत गया है किंतु इस महीने में बरसात न होने से धान उत्पादक थोड़े चिंतित हो गए। समस्या को गंभीरता से समझते हुए विपक्षी नेता ने गोसीखुर्द के अधिकारी से संपर्क कर समस्या से अवगत करवाया तो गोसीखुर्द प्रशासन ने नहर में पानी छोड़ दिया है। इस नहर का पानी सायगांव, कलमगांव, पवनपार, आक्सापुर, वांद्रा, आवलगांव के किसानों के खेत को नहर का पानी मिलने से धान की सिंचाई हो सकेगी जिससे किसानों की चिंता फिलहाल तो मिट गई है।