जंगल सफारी: चंद्रपुर में साकार होगा अंतरराष्ट्रीय स्तर का सफारी प्रकल्प
राज्य के वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने अधिकारियों को दिए आवश्यक निर्देश
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। विदर्भ बाघों की भूमि है। जैव-विविधता से भरी भूमि हर साल देश-विदेश के पर्यटकों को बड़ी संख्या में आकर्षित करती है। इस पृष्ठभूमि में चंद्रपुर में विश्व स्तरीय बाघ सफारी प्रकल्प की संकल्पना है और इसके लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर के सलाहकारों की मदद भी ली जा सकती है इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और निश्चित रूप से क्षेत्र में रोजगार सृजन और आर्थिक मजबूती में मदद मिलेगी। इसके लिए वन अधिकारियों को सूक्ष्म नियोजन के निर्देश राज्य के वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने नागपुर के सिविल लाइन स्थित वनविभाग के कार्यालय में आयोजित समीक्षा बैठक में दिए हैं।
बैठक में प्रधान सचिव वेणुगोपाल रेड्डी, वनबलप्रमुख शैलेंद्र टेंभुर्णीकर, प्रधान मुख्य वनसंरक्षक (वन्यजीव) महिप गुप्ता, वनविकास महामंडल के सीजीएम संजीवकुमार, प्रशांत झुरमुरे, कल्याणकुमार के साथ अन्य अधिकारी उपस्थित थे। चंद्रपुर-मूल मार्ग पर वनप्रबोधिनी के पास प्रशस्त वन क्षेत्र में एक बाघ सफारी परियोजना होनी चाहिए यह संकल्पना है। संकल्प बाघ सफारी तक सीमित न रख सफारी में अन्य वन्यजीवों को भी शामिल करने का प्रयास किए जाने की बात मुनगंटीवार ने कही। उन्होंने कहा कि सभी आयु के पर्यटकों को आकर्षित करने नवीनतम, अत्याधुनिक मनोरंजन केन्द्र की योजना बनाना आवश्यक है तथा वहां के वन्य जीवन के बारे में जानकारी तथा क्या पर्यटकों के लिए कोई ज्ञानवर्धक शो किया जा सकता है इस पर विचार करना आवश्यक है।