भोपाल: रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के कृषि संकाय द्वारा किसान गोष्ठी का आयोजन
- डॉ. राघवेन्द्र तिवारी ने बीज उत्पादन के साथ साथ उन्नत किस्मों की जानकारी विस्तृत रूप से दी।
- डॉ. शिवाजी पाल ने बताया कि पशुपालन में अच्छी नस्ल के पशुओं को रखें जिससे अधिक से अधिक दुग्ध उत्पादन कर सकें।
- डॉ. मनोहर सरयाम द्वारा खेती की नयी नयी तकनीकों के बारे में बताया जिससे किसान अधिक से अधिक लाभ प्राप्त कर सकें।
भास्कर ब्यूरो, भोपाल। रायसेन जिले के ग्राम चांदला खेड़ी में किसान गोष्ठी का आयोजन कृषि प्रसार विभाग, क्रषि संकाय रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय द्वारा किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रगतिशील किसान श्रीमती सीमा ग्राम इमलिया से उपस्थित रहीं। उन्होने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि धीरे-धीरे रसायनों को कम करें और जैविक खेती की ओर लौटें। कार्यक्रम के शुभारम्भ अवसर पर कृषि संकाय के विभाग प्रमुख डॉ. अशोक कुमार वर्मा ने किसान गोष्ठी की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की।]
इस मौके पर डॉ. शुभम कुलश्रेष्ठ ने उद्यानिकी फसलों के बारे में किसानो को जानकारी दी उन्होंने कहा कि उद्यानिकी फसलों को दैनिक भोजन में लाने की बहुत आवश्यकता है। अपने घर में किचन गार्डन बनाने को कहा जिससे सुरक्षित एवं पौष्टिक भोजन प्राप्त कर सकें। डॉ. दिग्विजय दुबे ने बताया कि जैविक खेती के साथ साथ फसलों में फसल चक्र को अपनाने और मिश्रित खेती को अपनाने पर जोर दिया जिससे अधिक से अधिक उत्पादन कर सकें। हरी खाद के लिए ढैंचा को उपयोग में लायें जिससे 25-30 किलोग्राम नाइट्रोजन प्रति हेक्टेयर को पूरा किया जा सकता है। डॉ. ऋषिकेश मंडलोई ने फसलो में कीट प्रबंधन के बारे में बताया और कहा कि समन्वित खेती को अपनायें।
डॉ. शिवाजी पाल ने बताया कि पशुपालन में अच्छी नस्ल के पशुओं को रखें जिससे अधिक से अधिक दुग्ध उत्पादन कर सकें। इससे किसानो कि आय भी बढ़ेगी तथा जैविक खेती में सहायता मिलेगी। पशु चारे का संतुलित आहार पशुओं को दें जिससे उत्पादन के साथ साथ रोगों से भी बचाया जा सके। महेश कुमार ने फसलों के रोग प्रबंधन के बारे में बताया। डॉ. राघवेन्द्र तिवारी ने बीज उत्पादन के साथ साथ उन्नत किस्मों की जानकारी विस्तृत रूप से दी। डॉ. मनोहर सरयाम द्वारा खेती की नयी नयी तकनीकों के बारे में बताया जिससे किसान अधिक से अधिक लाभ प्राप्त कर सकें।
किसान गोष्ठी में मुख्य रूप से उन्नतशील किसान विजय सिंह मीना, सतीश मीना, सरपंच और ग्राम के सभी किसानो का योगदान रहा। इस किसान गोष्ठी में छात्र छात्राओं, किसान, महिला कृषक एवं कृषि संकाय सदस्य उपस्थित रहे। किसानों को कृषि उपयोगी साहित्य एवं कृषि पंचांग का वितरण किया गया। साथ ही जैविक सब्जियां जो कृषि संकाय के उद्यानिकी विभाग द्वारा उत्पादित कि गयी थीं उनका वितरण किया गया।
कार्यक्रम में मंच संचालन रोहित कुमार गुप्ता के द्वारा किया गया। अंत में रोहित कुमार गुप्ता, कार्यक्रम समन्वयक (कृषि प्रसार) द्वारा सभी किसानों, छात्र छात्राओं, कृषि संकाय सदस्यों का आभार व्यक्त किया गया।