भोपाल: रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में गुरु पूर्णिमा उत्सव मनाया गया
गुरु पांच प्रकार के होते हैं एक गुरु मां है, दूसरे गुरु पिता है, तीसरे गुरु शिक्षक हैं, चौथे गुरु रास्ता दिखाने वाले हैं, और पांचवे गुरु आध्यात्मिक गुरु जो इस लोक से परलोक तक का मार्ग प्रशस्त करते हैं। - पंडित धनेश शास्त्री प्रपन्नाचार्य
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के योग विभाग एवं नाट्य विद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में दो दिवसीय गुरु पूर्णिमा उत्सव मनाया गया। इस उत्सव में कई जगह से साधु संतों को आमंत्रित कर उनका स्वागत प्रति कुलपति डॉक्टर संगीता जोहरी, योग विभाग के विभाग अध्यक्ष डॉक्टर रत्नेश पांडे नाट्य विद्यालय के शिक्षक चैतन्य आठले के द्वारा किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत वैदिक मंत्र उच्चारण के साथ सरस्वती पूजन कर शुभारंभ किया गया। इस महोत्सव के दौरान विशिष्ट अतिथि के रूप में पंडित धनेश शास्त्री प्रपन्नाचार्य, कथा वाचक, ज्योतिष आचार्य जी के द्वारा गुरु पूर्णिमा का महत्व, जीवन में गुरु की उपयोगिता और एक सुंदर कथा के माध्यम से गुरु नाम के महत्व को बताया। साथ ही उन्होंने बताया कि गुरु पांच प्रकार के होते हैं एक गुरु मां है, दूसरे गुरु पिता है, तीसरे गुरु शिक्षक हैं, चौथे गुरु रास्ता दिखाने वाले हैं, और पांचवे गुरु आध्यात्मिक गुरु जो इस लोक से परलोक तक का मार्ग प्रशस्त करते हैं । इस प्रकार से उन्होंने गुरु पूर्णिमा के विशेष पर्व पर महत्वपूर्ण चर्चा की। इस उत्सव को पूरे भाव के साथ विश्वविद्यालय के सभी शिक्षकों और विद्यार्थियों ने मिलकर मनाया।
कार्यक्रम के अंत में चैतन्य जी के द्वारा सभी अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया।