नेशनल फॉरेंसिक वीक: रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के भौतिक विज्ञान विभाग द्वारा नेशनल फॉरेंसिक वीक के उपलक्ष्य में दो दिवसीय कार्यशाला संपन्न

  • कुलसचिव डॉ. विजय सिंह ने विभाग की सराहना करते हुए भविष्य में और भी कार्यशालाओं के आयोजन का आश्वासन दिया।
  • कार्यशाला में 87 छात्रों ने भाग लिया, और कार्यक्रम का संयोजन सुश्री अंकिता सिकोरिया द्वारा किया गया।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-09-13 13:31 GMT

डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के भौतिक विज्ञान विभाग एवं उत्कृष्ट शिक्षा संस्थान भोपाल के संयुक्त तत्वावधान में नेशनल फॉरेंसिक वीक के उपलक्ष्य में दो दिवसीय कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया।

दो दिवसीय कार्यशाला में बतौर वक्ता प्रो. आदर्श कुमार, फोरेंसिक चिकित्सा और विष विज्ञान के प्रोफेसर एम्स व नई दिल्ली में फोरेंसिक मानव विज्ञान और फोरेंसिक रेडियोलॉजी के प्रभारी उपस्थित थे। वे सीबीआई टीम के मुख्य सदस्य हैं और कोलकाता बलात्कार केस, निर्भया केस, सुशांत सिंह राजपूत केस, वर्तमान में कोलकाता कांड में भी फोरेंसिक विशेषज्ञ के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। साथ ही पुलिस प्रशिक्षण संस्थान में पदस्थ डीआईजी अशोक किशोर यादव जी, आरएनटीयू की प्रो चांसलर डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स, आरएनटीयू के कुलसचिव डॉ विजय सिंह, उत्कृष्ट शिक्षा संस्थान से प्राध्यापक प्रो मोहम्मद अतहर एवं डॉ. अंजली आचार्य विशेष रूप से उपस्थित थे।

 

कार्यशाला के माध्यम से प्रो डॉ आदर्श कुमार ने छात्रों को फोरेंसिक की दृष्टि से मानव विज्ञान के व्यावहारिक पहलुओं के साथ-साथ दफन, जले हुए शव, जहर केस आदि के वास्तविक मामलों की विस्तृत जानकारी साझा की। इस दौरान अपराध स्थलों पर या फोरेंसिक चिकित्सा या मानव विज्ञान द्वारा किए गए शव परीक्षण में पाए गए कंकाल अवशेषों की जांच को किस प्रकार किया जाता है भी बताया।

डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स ने बच्चों को बधाई देते हुए फॉरेंसिक में भविष्य की संभावनाओं पर एवं भविष्य में अन्य उपयोगी पाठ्यक्रम शुरू करने पर विशेष वक्तव्य दिया। कार्यशाला में प्रो आदर्श कुमार ने एंथ्रोपोलॉजी विषय को कार्यशाला में हेड्स ऑन ट्रेनिंग दी, जिसमें बच्चों ने स्वयं प्रयोग कर सीखा की कैसे फॉरेंसिक में एंथ्रोपोलॉजी विषय एक महत्वपूर्ण भूमिका रखता है। उन्होंने फॉरेंसिक जांच में भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 की भूमिका पर विशेष रूप से प्रकाश डाला और बताया किस प्रकार से वर्तमान में न्यायपालिका एवं प्रशासनिक क्षेत्र में फॉरेंसिक विषय अपनी सशक्त भागीदारी को निभा रहा है।

 

इस उपलक्ष में कुलसचिव डॉ विजय सिंह ने विभाग को विशेष रूप से बधाई दी और आश्वस्त किया की भविष्य में भी रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय इस प्रकार की कार्यशालाओं का आयोजन विद्यार्थियों के मार्गदर्शन हेतु करता रहेगा।

दो दिवसीय कार्यशाला में उत्कृष्ट शिक्षा संस्थान भोपाल (फॉरेंसिक साइंस विभाग) के 87 बच्चों ने सफलतापूर्वक भागीदारी दी। कार्यक्रम के अंत में विज्ञान विभाग की अधिष्ठाता डॉ पूर्वी भारद्वाज ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संयोजन फॉरेंसिक प्राध्यापक सुश्री अंकिता सिकोरिया ने किया जिसमें विभागाध्यक्ष डॉ ज्योति रावत, डॉ भावना अग्रवाल, श्री उत्तम, सुश्री शिवानी एवं समस्त अध्यापकगण उपस्थित थे।

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