आरजीपीवी में प्रमोशन का मामला: आरजीपीवी में कार्य परिषद की मीटिंग आज, खोले जायेंगे प्रमोशन के लिफाफे

Bhaskar Hindi
Update: 2023-07-11 20:33 GMT

डिजिटल डेस्क, भोपाल। राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय फिर से विवादों में घिर गया है। दरअसल आरजीपीवी में कार्य परिषद की मीटिंग बुधवार को विश्वविद्यालय में रखी गई है, इस मीटिंग में कैरियर एडवांसमेंट स्कीम के तहत शिक्षकों के प्रमोशन के लिफाफे भी खोले जाएंगे, जिसमें लगभग 15 एसोसिएट प्रोफेसर को प्रोफेसर पद दिया जाना है।

बता दें कि इससे पूर्व आठ शिक्षकों को नियमविरूद्ध पीएचडी कराकर उन्हें करियर एडवांसमेंट स्कीम का लाभ दिलाने का मामला सामने आया था। ज्ञात हो कि मामले को लेकर राज्यपाल और तकनीकी शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर विवि पर 13 शिक्षकों को नियम विरूद्ध पीएचडी कराने का आरोप लगाते हुए जांच की मांग भी की थी।

बताया जा रहा है कि मंगलवार को स्क्रूटनी टीम के सदस्यों ने रजिस्टार को लिखित में पत्र दिया की शिक्षकों के से संबंधित दस्तावेजों का मूल्यांकन हेतु उन्हें समय दिया जाए। स्क्रूटनी टीम कहा है कि यदि विश्वविद्यालय प्रशासन उन्हें समय नहीं देता तो आने वाले समय में केस से संबंधित कोई भी प्रकरण विश्वविद्यालय पर आते हैं तो स्क्रूटनी कमेटी की कोई भी जवाबदारी नहीं होगी।

बावजूद इसके विश्वविद्यालय प्रशासन स्क्रूटनी कमेटी को समय ना देते हुए अपने कल होने वाली कार्यपरिषद में कार्यपरिषद में लिफाफे खोलने के लिए कमर कस चुका है ऐसे में पूरे केस प्रक्रिया के तहत शिक्षकों के प्रमोशन में प्रश्न लग गया है क्योंकि स्क्रूटनी कमेटी के उपरांत ही सिलेक्शन कमेटी इंटरव्यू लेती है उसके उपरांत ही शिक्षकों के केस के प्रमोशन संबंधी लिफाफे में पैक किया जाता है और उसे कार्यपरिषद में रखा जाता है। जानकारी के अनुसार स्क्रूटनी कमेटी को समय नहीं दिया गया और ना ही उन्हें दस्तावेज दिया गया इसलिए स्क्रूटनी कमेटी ने विश्वविद्यालय प्रशासन से समय मांगा है एवं अपने पत्र में कहा है यदि उन्हें समय नहीं दिया जाता तो किसी भी प्रकार की आपत्ति के केस में स्कूटी कमेटी की कोई भी जवाबदारी नहीं होगी। आरोप है कि शिक्षकों के पीएचडी 2009 यूजीसी रेगुलेशन के तहत नहीं की गई उसके उपरांत भी केस के प्रमोशन ऐसे शिक्षकों को दिए जा रहे हैं।

Tags:    

Similar News