स्किल लैब का उद्घाटन: स्कोप ग्लोबल स्किल्स यूनिवर्सिटी में हुंडई मोटर्स द्वारा स्थापित स्किल लैब का उद्घाटन

अपने विद्यार्थी जीवन में उन्होंने हमेशा महसूस किया कि तकनीकी पढ़ाई और उद्योग में जा कर तकनीकी कार्य करने में बहुत फ़र्क़ है। - बलजिंदर सिंह दंग

Bhaskar Hindi
Update: 2024-08-24 14:08 GMT

डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य भारत के पहले कौशल विश्वविद्यालय स्कोप ग्लोबल स्किल्स विश्वविद्यालय (एसजीएसयू) के इमर्जिंग टेक्नोलोजी फैकल्टी द्वारा पॉलिटेकनिक डिप्लोमा के लिए प्रयोगशाला का उद्घाटन किया गया। हुंडई मोटर्स इंडिया के साथ एसजीएसयू द्वारा संयुक्त तत्वाधान में शुरू किए गए इस कौशल केंद्रित डिप्लोमा का उद्देश्य विद्यार्थियों को तकनीकी कार्यों में कुशल बनाना है। गौरतलब है कि स्कोप ग्लोबल स्किल्स विश्वविद्यालय के सभी पाठ्यक्रम कौशल केंद्रित हैं जहां विद्यार्थियों को अकादमिक ज्ञान देने के साथ-साथ उनके कौशल विकास पर मुख्य रूप से ध्यान दिया जाता है। इसके अंतर्गत विश्वविद्यालय में यह 8वां उत्कृष्टता केंद्र है। इस अवसर पर आयोजन में विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.अजय भूषण, कुलसचिव डॉ. सितेश कुमार सिन्हा और फैकल्टी ऑफ इमर्जिंग टेक्नोलोजी फैकल्टी के डीन डॉ. अनुराग कुलश्रेष्ठ उपस्थित रहे। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में मंच पर हुंडई समूह के पश्चिम क्षेत्र के सेवा प्रमुख बलजिंदर सिंह दंग, सुरजीत हुंडई के विक्रेता प्रमुख सागर और सी.आई. हुंडई के विक्रेता प्रमुख आकाश उपस्थित रहे।

कार्यक्रम की शुरुआत में एस.जी.एस.यू. के कुलसचिव डॉ. सितेश कुमार सिन्हा स्वागत उद्बोधन देते हुए सभी अतिथियों का स्वागत किया और प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह विश्वविद्यालय के लिए विशेष अवसर है जहां हुंडई के साथ हम एक नया अध्याय शुरू करने जा रहे हैं। हुंडई मोटर्स इंडिया के पश्चिम क्षेत्र के सेवा प्रमुख बलजिंदर सिंह दंग ने अपने उद्बोधन में कहा कि अपने विद्यार्थी जीवन में उन्होंने हमेशा महसूस किया कि तकनीकी पढ़ाई और उद्योग में जा कर तकनीकी कार्य करने में बहुत फ़र्क़ है। ऐसे में यह डिप्लोमा कार्यक्रम विद्यार्थियों के लिए बहुत लाभकारी होगा। साथ ही कौशल युक्त वर्कफोर्स की जो कमी बाज़ार में है, उसको भी पूरा किया जा सकेगा। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अजय भूषण ने अपने उद्बोधन में हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि यह साझेदारी निश्चित ही विश्वविद्यालय और हुंडई दोनों के लिए सफल साबित होगी। साथ ही यह संबंध भारत के युवाओं को कुशल बनाने और उन्हें बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने में सहायक बनेगा।

इस आयोजन के दौरान दोनों संस्थाओं ने समझौता ज्ञापन का आदान प्रदान किया। साथ ही एस.जी.एस.यू. के प्राध्यापकों डॉ. पी.एस. यादव और सुधीर विश्वकर्मा को हुंडई द्वारा प्रशिक्षक प्रमाणपत्र भी प्रदान किए गए। विश्वविद्यालय के वनमाली सभागार में आयोजित इस आयोजन में विश्वविद्यालय के सभी प्राध्यापकों और विद्यार्थियों के साथ-साथ हुंडई के महत्वपूर्ण अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन सुश्री विशाखा राजुरकर राज ने किया।

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