हिंदी विश्वविद्यालय के नये भवन में बिजली-पानी नही, अंत समय में बदली लोकार्पण की जगह
डिजिटल डेस्क, भोपाल। अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय के तीन नव निर्मित (शिक्षक आवास एवं छात्रावास) अपूर्ण भवनों का लोकार्पण होने जा रहा है। दरअसल इनमें न बिजली फिटिंग की गई है और न ही पानी की व्यवस्था, कई कक्षों में दरवाजे भी नहीं लगे हैं और इन सब बातों की पोल खुल जाने के डर से कार्यक्रम के एक दिन पूर्व कार्यक्रम में बदलाव किया। अब नये भवनों का उद्घाटन द्वार पर करने के बजाय मुख्य प्रशासनिक भवन में सांकेतिक रूप से करवाया जायेगा।
विश्वविद्यालय प्रशासन अपनी खामियां और अनियमिताओं को दबाने में लगा हुआ है। ज्ञात हो कि इससे पूर्व विश्वविद्यालय में हुई 13 नियुक्तियों के विषय में भी अनियमिताओं की चर्चा है। बताया जाता है कि एक नवनियुक्त सहायक प्राध्यापक विश्वविद्यालय में पहले से कार्यालय सहायक के रूप में कार्य करता था जिसने पूर्व में भृत्य पद हेतु भी आवेदन किया था, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन ने तमाम बातों को अनदेखा करते हुए व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने के लिए उसे सहायक प्राध्यापक पद पर नियुक्त कर दिया। परिवीक्षाधीन सहायक प्राध्यापकों को अनेक प्रशासनिक दायित्व भी सौंप दिए।