Bhopal News: आईसेक्ट द्वारा इंडस्ट्री-इंस्टीट्यूशन मीट और एनएटीएस वर्कशॉप का आयोजन
विक्रम देशमुख ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से बोर्ड ऑफ अप्रेंटिसशिप द्वारा किए जा रहे कार्यों से सभी को अवगत कराया और ऑन जॉब ट्रेनिंग और मॉड्यूल ट्रेनिंग के महत्व को समझाया।
Bhopal News:आईसेक्ट और बोर्ड ऑफ अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग मुंबई (BOAT WR) के संयुक्त तत्वावधान में इंडस्ट्री-इंस्टीट्यूशन मीट और एनएटीएस वर्कशॉप का आयोजन स्कोप ग्लोबल स्किल्स यूनिवर्सिटी के वनमाली सभागार में किया गया। इसमें प्रमुख अतिथियों मेंबोर्ड ऑफ अप्रैंटिसशिप ट्रेनिंग के असि. डायरेक्टर विक्रम देशमुख, एनआईटीटीआर में प्रोफेसर बी.एल. गुप्ता, स्कोप ग्लोबल स्किल्स यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी, वाइस चांसलर डॉ. अजय भूषण प्रमुख रूप से मौजूद रहे। वहीं अन्य अतिथियों में एसजीएसयू के रजिस्ट्रार डॉ. सितेश कुमार सिन्हा और आईसेक्ट के नेशनल प्लेसमेंट हैड उद्दीपन चटर्जी शामिल रहे। कार्यक्रम में मप्र के 50 से ज्यादा इंडस्ट्री और इंस्टीट्यूशन्स की ओर से प्रतिभागिता की गई।
कार्यक्रम में विक्रम देशमुख ने अपने वक्तव्य में अप्रैंटिसशिप को समझाते हुए बताया कि जब स्टूडेंट इंडस्ट्री में तकनीकी कार्यों को सीखते हैं या मशीनरी के साथ कार्य करते हैं तो इसे अप्रैंटिसशिप कहा जाता है। साथ ही उन्होंने प्रेजेंटेशन के माध्यम से बोर्ड ऑफ अप्रेंटिसशिप द्वारा किए जा रहे कार्यों से सभी को अवगत कराया और ऑन जॉब ट्रेनिंग और मॉड्यूल ट्रेनिंग के महत्व को समझाया। इसके अलावा उन्होंने एनएटीएस पोर्टल का डेमोंट्रेशन देते हुए पोर्टल की वर्किंग को विस्तार से सभी इंडस्ट्री और इंस्टीट्यूशन पार्टिसिपेंट्स के साथ साझा किया।
वहीं, बी.एल. गुप्ता नेएनआईटीटीटीआर द्वारा एनएटीएस में जोड़े गए नए करिकुलम पर जानकारी दी। इसमें उन्होंने एम्प्लायबिलिटी और स्किल्स के बारे में विस्तार से समझाया। स्कोप ग्लोबल स्किल्स यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने अपने वक्तव्य में विश्वविद्यालय से परिचित कराते हुए आईसेक्ट द्वारा अप्रैंटिसशिप के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों से अवगत कराया।
इसके अलावा एसजीएसयू के वाइस चांसलर डॉ. अजय भूषण ने अपने वक्तव्य में विश्वविद्यालय में संचालित इंडस्ट्री इंटीग्रेटेड कोर्सेज और कौशल आधारित पाठ्यक्रमों से परिचित कराया। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन आईसेक्ट के नेशनल प्लेसमेंट हैड उद्दीपन चटर्जी द्वारा दिया गया।