Bhopal News: स्कोप ग्लोबल स्किल्स यूनिवर्सिटी में 15 दिवसीय ‘हिंदी उत्सव’ समारोह का समापन

हिन्दी का विकास तभी संभव है जब हम सभी उसमें समन्वित प्रयास करें - डॉ टीना तिवारी

Bhaskar Hindi
Update: 2024-10-07 11:32 GMT

Bhopal News: स्कोप ग्लोबल सकिल्स् विश्वविद्यालय केमानविकी एवं उदार कला संकाय द्वाराहिंदी दिवस के अवसर पर पंद्रह दिवसीय ‘हिंदी उत्सव’ काआयोजन किया गया जिसका समापन विश्वविद्यालय परिसर में किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता की विश्वविद्यालय के कुलगुरु डॉ. अजय भूषण ने और मुख्य अतिथि के रूप में दुष्यन्त कुमार स्मारक पाण्डुलिपि संग्रहालय की सचिव श्रीमती करुणा राजुरकर शामिल हुयी। कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए डॉ टीना तिवारी, संकाय प्रमुख,मानविकी एवं उदार कला संकायने सभी अतिथियों का स्वागत एक पौधा प्रदान करके किया और कहा की हिन्दी का विकास तभी संभव है जब हम सभी उसमें समन्वित प्रयास करें।

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती करुणा राजुरकर, सचिव, दुष्यन्त कुमार स्मारक पाण्डुलिपि संग्रहालय ने कहा कि हमें हिन्दी को रोचक अंदाज में पढ़ाने की जरूरत है। अपने शिक्षक जीवन को याद करते हुए उन्होंने बताया कि वो कैसे रामचरित मानस कोगाकर पढ़ाया करती थी और बच्चे उससे बहुत प्रभावित होते थे और उनके सीखने की ललक बढ़ गई थी। उन्होंने बच्चों की कविता पाठ की प्रशंसा करते हुए कहा कि कविताओं में अलग-अलग प्रकार के रस छुपे हुए रहते हैं, हमें उन्हें समझकर उसी भाव के अनुसार कविता का पाठ करना चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलगुरु डॉ. अजय भूषण ने कहा कि हमें हमारे जीवन में हिन्दी को अधिक-से-अधिक शामिल करने की जरूरत है और वह दिन ज्यादा दूर नहीं जब हिन्दी और हिंदुस्तान को पूरी दुनिया प्रशंसा के भाव से देखेगी। उन्होंने छात्रों को हिन्दी की गतिविधियों से ज्यादा से ज्यादा जुड़ने की अपील की और सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद भी दिया।कार्यक्रम में कुल सचिव, डॉ सीतेश कुमार सिन्हा ने भी बच्चों के द्वारा की गई भागीदारी की भूरी-भूरी प्रशंसा की और उन्हेहिन्दी के प्रति जागरूक बने रहने सलाह भी दीं। कार्यक्रम का सफल संचालन और धन्यवाद ज्ञापन सुश्री विशाखा राजुरकर राज ने किया।

कार्यक्रम मेंडॉ सत्येन्द्र खरे (संकाय प्रमुख, विज्ञान), डॉ नितिन मोढ (संकाय प्रमुख, वाणिज्य एवं प्रबंधन संकाय), सुश्री हिना अरशद खान (विभागाध्यक्ष-डिजाइन स्कूल)डॉ दृष्टिपाल सिंह परिहार (विभागाध्यक्ष- मानविकी एवं उदार कला), डॉ अर्जुन कुमार सिंह (विभागाध्यक्ष, टैगोरे स्कूल ऑफ फाइन आर्ट्स), डॉ रवींद्र श्रीवास्तव (विभागाध्यक्ष- आधुनिक विज्ञान विभाग), सुश्री राधिका साहू, सुश्री मेघा थापा, सुश्री सुधा तिवारी आदि शिक्षकों ने भागीदारी की और सभी संकाय के छात्र-छात्रओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया। हिन्दी उत्सव के समापन कार्यक्रम में काव्य- पाठ, निबंध लेखन प्रतियोगिता, कविता पोस्टर कार्यशाला के छात्रों और शिक्षकों को पुरस्कार और प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।

विजेताओं के नाम इस प्रकार हैं: काव्य पाठ के संकलित (शिक्षक) वर्ग में प्रथम स्थान पर श्री अर्जुन कुमार सिंह, जो टैगोरे स्कूल ऑफ फाइन आर्ट्स के विभागाध्यक्ष हैं। द्वितीय स्थान पर सुश्री वंदना लखानी, जो आइसेक्ट परियोजना विभाग से हैं, और तृतीय स्थान पर सुश्री राधिका साहू, जो मनोविज्ञान की सहायक प्राध्यापक हैं, ने स्थान प्राप्त किया।

काव्य पाठ के स्व-रचित (शिक्षक) वर्ग में प्रथम स्थान डॉ. नितिन मोढ़ ने प्राप्त किया, जो वाणिज्य संकाय के अधिष्ठाता हैं। द्वितीय स्थान पर डॉ. आशि दिक्षित, अधिष्ठाता कृषि संकाय, रहीं। तृतीय स्थान श्री शाश्वत वर्मा, जो आइसेक्ट परियोजना विभाग से हैं, ने प्राप्त किया। कविता पोस्टर कार्यशाला में प्रथम स्थान रुचि तोमर ने प्राप्त किया, जो बीए फ़ैशन डिजाइनिंग की छात्रा हैं। द्वितीय स्थान पर बीए ललित कला के अग्रणी मिश्रा रहे, और तृतीय स्थान सना खान ने प्राप्त किया, जो बीए राजनीति विज्ञान की छात्रा हैं।

काव्य पाठ के संकलित (विद्यार्थी) वर्ग में प्रथम स्थान कुलदीप वासने ने प्राप्त किया, जो बीएड के छात्र हैं और उन्होंने बल्ली सिंह चीमा की कविता ‘ले मशालें चल पड़े हैं लोग मेरे गाँव के’ का पाठ किया। द्वितीय स्थान पर एमबीए की छात्रा संस्कृति शर्मा रहीं, जिन्होंने दिनकर की कविता ‘कृष्ण की चेतावनी’ का पाठ किया। तृतीय स्थान पवन पटेल ने प्राप्त किया, जो बीकॉम के छात्र हैं और उन्होंने दुष्यन्त कुमार की ग़ज़ल का पाठ प्रस्तुत किया।निबंध लेखनप्रतियोगिता में प्रथम स्थान बीएससी की छात्रा चेतना लाड़े ने प्राप्त किया। द्वितीय स्थान पर बीए की प्रियंका कुशवाह रहीं, जबकि तृतीय स्थान बीएससी की ज्योति गौर ने प्राप्त किया।

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