भोपाल: रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के केंद्रीय पुस्तकालय में दस दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन संपन्न
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के केंद्रीय पुस्तकालय में दस दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर विषय विशेषज्ञ डॉ. पी के त्रिपाठी, लाइब्रेरियन अध्यक्ष, डॉ. राकेश कुमार खरे, मुख्य पुस्तकालयाध्यक्ष आरएनटीयू, डॉ. संजीव कुमार गुप्ता, डीन इंजीनियरिंग आरएनटीयू व संरक्षक नेशनल डिजीटल लाइब्रेरी ऑफ इंडिया (एनडीएलआई), डॉ. प्रभात पांडे, अध्यक्ष म.प्र. लाइब्रेरी एसोसिएशन, विशेष रुप से उपस्थित थे।
कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर डॉ. राकेश कुमार खरे, मुख्य पुस्तकालयाध्यक्ष ने स्वागत भाषण देते हुए बताया कि आज डिजीटल जमाने में भी पुस्तकों का पठन-पाठन कितना आवष्यक है। उन्होंने आधुनिक तकनीकों के उपयोग के साथ-साथ पुस्तकों के महत्व पर प्रकाष डाला। वहीं बतौर विशेषज्ञों ने कार्यक्रम के माध्यम से पुस्तकालय उपयोगकर्ताओं को उन सभी नवीन तकनीकों के बारे में जानकारी दी जो पुस्तकालय में उनकी पढ़ने, लिखने और याद रखने की क्षमताओं को और बेहतर बनाएगी। विश्वविद्यालय के सभी विद्यार्थियों को पुस्तकालय एवं सभी प्रासंगिक सूचना संसाधनों का उपयोग करने की सलाह दी।
सचिन चैरसिया, सहायक पुस्तकालयाध्यक्ष ने विषय से संबंधित सभी ई-संसाधन, ओपन एक्सेस ई-संसाधन (एनडीएलआई) एवं पुस्तकालय में उपलब्ध सभी प्रकार की सेवाओं के बारे में फैकल्टी और विद्यार्थियों को विस्तृतरुप से बताया। सुरेश कुमार मेहर और अदिति गोरशेट्टीवार, लाइब्रेरी असिस्टेंट ने पूरे विषय से संबंधित ई-संसाधनों और सभी सेवाओं के उपयोग और लाभों के बारे में विस्तार से बताया।
दस दिवसीय ओरिएंटेशन के दौरान सभी विषय विशेषज्ञों ने विभिन्न पोर्टलों पर ई-संसाधनों, डिजिटल टूल्स और शोधकर्ता प्रोफ़ाइल निर्माण के संबंध में आवश्यक और उपयोगी जानकारी साझा की। ई-संसाधनों को जानने और टीचिंग, लर्निंग और रिसर्च के उद्देश्यों के लिए उनका उपयोग करने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि दुनिया में तेजी से डिजिटल मीडिया और सूचना की ओर बढ़ने के साथ, उच्च शिक्षा में ई-संसाधनों (एनडीएलआई) की भूमिका और अधिक महत्वपूर्ण होती जा रही है और 21वीं सदी में इसका महत्व बढ़ता और विकसित होता जा रहा है।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के सभी विभागों के अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, शिक्षकों और छात्रों ने पुस्तकालय उन्मुखीकरण कार्यक्रम में उपस्थित थे।