Rhythm 2024: रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में कॉमेडियन अमित टंडन ने मीडिल क्लास पर जोक्स से श्रोताओं को किया लोटपोट
- अमित टंडन ने अपने अनूठे जोक्स के माध्यम से ऑडियंस को हंसाकर लोटपोट किया।
- अमित टंडन ने आज की जनरेशन की प्रॉब्लम और फैमिली प्लानिंग, शादी, पेरेंट्स के साथ बच्चों के संबंधों पर कई जोक्स क्रैक किए।
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय द्वारा एनुअल फेस्ट रिदम 2024 के अंतर्गत गुरुवार को प्रसिद्ध स्टैंड अप आर्टिस्ट अमित टंडन की परफॉर्मेंस का आयोजन किया गया। इसमें अमित टंडन ने अपने अनूठे जोक्स के माध्यम से ऑडियंस को हंसाकर लोटपोट किया। शो की शुरुआत अमित टंडने ने अपने परिचय से की। उन्होंने कहा कि मैं हू अमित टंडन प्रोड्यूस्ड बाय मदर एंड प्रोड्यूस्ड बाय वाइफ। इसके बाद युवाओं से मजेदार अंदाज में बात करते हुए कहा कि लड़कियों की बात मुझसे नहीं करना, मैंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग की है। मैं 90s में 10वीं करी है। उस समय वेलेंटाइन डे भी नया नया आया था। लड़के दो प्रकार के होते थे। एक तो बॉय फ्रेंड बनते थे, दूसरे पोस्टमैन बनते थे।
आगे उन्होंने मीडिल क्लास की कहानी रोचक अंदाज में कॉमेडी एक्ट के द्वारा बताई। उन्होंने कहा कि अगर आप मीडिल क्लास से हो तो आपके फ्रिज में डोमिनोज का फ्री ओरिगेनो और साल भर पुराने सॉस पाउच जरूर मिलेंगे। वहीं बचपन में कपड़ों का एक साइज बड़ा खरीदती थी मम्मी ताकि अगले साल भी पहन सकें।
साथ में आज की जनरेशन की प्रॉब्लम और फैमिली प्लानिंग, शादी, पेरेंट्स के साथ बच्चों के संबंधों पर कई जोक्स क्रैक किए।
दोस्तों के रिलेशन को भी व्यंगात्मक अंदाज में समझाया।
अमित एक जोक में कहते हैं... मम्मी का मानना हैमैकेनिकल इंजीनियरिंग का क्या फायदा अगर मैं कूलर ठीक नहीं कर सका तो...। गलती से मैं वकील बन जाता तो मम्मी दो-तीन तलाक करवा देती।
पूरे एक्ट में अमित ने समझाया कि मीडिल क्लास उतना भी गरीब नहीं है।
इस अवसर पर भोपाल शहर के गणमान्य नागरिक सहित विश्वविद्यालय के कुलाधिपति संतोष चौबे, कुलाधिपति डॉ सिद्धार्थ चतुर्वेदी, प्रो-चांसलर डॉ. अदिती चतुर्वेदी वत्स, कुलपति प्रो. रजनी कांत, कुलसचिव डॉ. विजय सिंह सहित फैकल्टी और विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।