दर्दनाक घटना: सास और साले को जिंदा जलाकर दामाद ने की आत्महत्या
छह माह पहले किया था प्रेम विवाह
डिजिटल डेस्क, अमरावती। वरूड़ शादी के बाद गुस्से में मायके गई पत्नी वापस न आने से शराबी दामाद ने वरुड़ तहसील के वंडली निवासी सास और साले के घर में आग लगाकर जिंदा जला दिया। जिसके बाद खुद भी आग लगाकर आत्महत्या करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है।, घटना में सास लता सुरेश भोंडे (47) व प्रणय सुरेश भोंडे (22) की मौत हो गई है। जबकि घर में मौजूद बुजुर्ग महिला को गांववालों ने बाल-बाल बचा लिया। घटना से जिले में हड़कंप मचा गया। वरुड़ पुलिस ने मृतक आरोपी आशीष ठाकरे के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
वरुड़ निवासी आशीष ठाकरे (27) और बेनोडा थाना क्षेत्र के वंडली निवासी वैष्णवी भोंडे से 6 साल से प्रेमसंबंध थे। वैष्णवी पुणे में नौकरी करती थी और आशीष खेती करता था। 6 माह पहले दोनों ने प्रेमविवाह किया था। कुछ दिन बाद आशीष शराब पीकर वैष्णवी से मारपीट करने लगा। पति की हरकतों से तंग आकर विवाहिता मायके चली आई। आशीष हर हफ्ते ससुराल जाकर ससुरालवासियों को धमकाने लगा। इससे तंग आकर वैष्णवी बड़े पिताजी के घर रहने लगी। आशीष कहने लगा कि ससुराल में पत्नी को भेजाे नहीं तो जिंदा जला दूंगा। रविवार की रात आशीष ने ससुराल जाकर घर में पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी। सामने के कमरे में सो रही सास लता भोंडे और साला प्रणय भोंडे आग में बुरी तरह झुलसने से उनकी मौत हो गई। इसके बाद आशीष ने खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगाकर आत्महत्या कर ली।
रिश्तेदार को फोन पर दी घटना की जानकारी : आरोपी आशीष ठाकरे ने वारदात को अंजाम देने के बाद 12.30 बजे अपने दूसरे साले को फोन लगाया था। लेकिन फोन नहीं उठाने से आशीष ने अपने जीजा को फोन लगाकर सास और साले को जलाने की जानकारी देकर कहा कि अब मैं आत्महत्या करने वाला हूं।
आशीष के खिलाफ तीन बार की थी थाने में शिकायत : शादी के बाद आशीष ठाकरे पत्नी के साथ मारपीट करता था। इसलिए वैष्णवी मायके में रहने आ गई थी। इसके बाद भी आशीष ससुराल जाकर पत्नी को शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगा। वरुड़ के बाद बेनोडा थाने में 9 व 15 अगस्त को आशीष के खिलाफ 3 शिकायत की थीं। आशीष पर किसी तरह की ठोस कार्रवाई नहीं होने से आखिर में आशीष ने बड़ी वारदात को अंजाम दे दिया।
झूठ बोलकर दोस्त से मंगवाया था पेट्रोल : आशीष ने रविवार की रात 8 बजे उसके करीबी दोस्त को फोन कर कहा कि गाड़ी का पेट्रोल खत्म हो गया है। पेट्रोल लेकर आ जाओ। इसके बाद दोस्त ने आशीष को 400 रुपए की पेट्रोल लाकर दिया। कुछ पेट्रोल गाड़ी में डालकर शेष पेट्रोल से आशीष ने दोहरे हत्याकांड को अंजाम देकर खुदकुशी कर ली। पुलिस ने पेट्रोल लाकर देनेवाले आशीष के दोस्त से भी पूछताछ की है।