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Amrawati News: मेलघाट वनपरिक्षेत्र से शिकार किए गए बाघ की शिनाख्त टी-88 के रूप में हुई
- तीन पंजे गायब, नाखून निकाला हुआ पंजा और दो नाखून मिले
- मूंछ के बाल और दांत निकाले गए
- विदर्भ के बोर अभयारण्य को बहेरिया गिरोह से अलर्ट किया गया
Amrawati News मेलघाट प्रादेशिक वन विभाग परतवाड़ा के तहत अंजनगांव वन परिक्षेत्र के वनखंड 1032 बस्तापुर नियत क्षेत्र के पांढरखड़क सर्कल में 26 नवंबर को मिले पट्टेदार बाघ की शिनाख्त टी-88 के रूप में की गई। क्राइम सेल ने बाघ के डाटाबेस के अनुसार शिनाख्त की और अंजनगांव वनपरिक्षेत्र में जहां नर बाघ मृत पाया गया, वहां से कुछ दूरी पर नाखून कटा हुआ एक पंजा और दो नाखून पाए गए। मृत बाघ के तीन पंजे गायब रहने की पुष्टि की गई।
उल्लेखनीय है कि लगभग एक वर्ष पहले मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प समेत विदर्भ के बोर अभयारण्य को बहेरिया गिरोह से अलर्ट किया गया था। उसके बाद मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प में बाघ की शिकार की यह घटना सामने आई है। वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा घटनास्थल को भेंट देने के बाद यह बात सामने आई कि क्राइम सेल ने अपने डेटाबेस के अनुसार मृत बाघ की शिनाख्त टी-88 के रूप में की है। पट्टेदार बाघ के नाखून, मूंछ के बाल और दांत निकाले गए हैं। व्याघ्र प्रकल्प में कुछ बाहरी क्षेत्र के लोग जानवर चराई करने के नाम पर घूमते रहते हैं।
उन पर भी संदेह जताया जा रहा है। लगभग एक वर्ष पहले मध्यप्रदेश के बहेरिया गिरोह को लेकर मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प को अलर्ट किया गया था।इससे बाघ के इस शिकार के पीछे बहेरिया गिरोह का हाथ रहने की आशंका इंकार नहीं किया जा सकता।
Created On :   29 Nov 2024 4:16 PM IST