यादें: अमित शाह बोले कैसी हो गांधारी...मेरे साथ खाना खाने चलो, दिल्ली से पहुंचा पार्सल

अमित शाह बोले कैसी हो गांधारी...मेरे साथ खाना खाने चलो, दिल्ली से पहुंचा पार्सल
  • केंद्रीय गृहमंत्री की आत्मीयता से शंकरबाबा गदगद
  • केंद्रीय गृहमंत्री कार्यालय दिल्ली से भेजा गया एक पार्सल आया
  • पद्मश्री पुरस्कार वितरण कार्यक्रम दौरान की तस्वीर लगी

डिजिटल डेस्क, अमरावती। केंद्रीय गृहमंत्री कार्यालय दिल्ली से भेजा गया एक पार्सल सोमवार को 12.30 बजे जिले के वज्झर आश्रम में पहुंचा। स्पीडपोस्ट डी.जी.नं.2006/एचएमपी 2024 इस क्रमांक का पार्सल पद्मश्री शंकरबाबा की मानस कन्या गांधारी के नाम था। उस पार्सल में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गांधारी के लिए एक अभिनंदन पत्र व एक फोटो था, जिसमे अमित शाह गांधारी से कुछ संवाद करते दिखाई दे रहे हैं। जिस पर शंकरबाबा पापलकर ने बताया कि यह तस्वीर राष्ट्रपति भवन में आयोजित पद्मश्री पुरस्कार वितरण कार्यक्रम दौरान की है।

वज्झर अनाथालय के सर्वेसर्वा शंकरबाबा पापलकर को 9 मई को भारत सरकार ने पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया है। यह पुरस्कार लेने के गए शंकरबाबा अपने साथ दोनों आंखों से अंधी गांधारी और विकलांग योगेश को भी ले गए थे। इस पुरस्कार समारोह के समापन के बाद मंत्री अमित शाह गांधारी के पास आए और उसके दोनों हाथ पकड़कर पूछा कि गांधारी कैसी हो, ठीक हो ना, मेरे साथ खाना खाने चलो। केंद्रीय गृहमंत्री की इस आत्मीयता से शंकरबाबा सहित वहां उपस्थित सभी गदगद हो गए थे। गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने अमित शाह को बताया कि पद्मश्री पुरस्कार वितरण समारोह के इतिहास में यह पहली बार है कि अनाथ विकलांग बच्चे भी इस समारोह में उपस्थित हैं। जिसके बाद अमित शाह ने गांधारी से बड़ी आत्मीयता से मिलते हुए उसे अपने घर खाना खाने आने का न्योता दिया। और अब उस क्षण की तस्वीर भी गांधारी और आश्रम को भेंट स्वरूप भेजी हैं।

5 साल में नवनीत राणा ने कितने विकास कार्य पूर्ण किए? नवनिर्वाचित सांसद बलवंत वानखड़े ने कलेक्टर कार्यालय के नियोजन विभाग को पत्र देकर पूर्व सांसद नवनीत राणा द्वारा 5 वर्षों में कितने विकास कार्य पूरे किये हैं? उन विकास कामों पर कितनी राशि खर्च हुई , इसका संपूर्ण ब्योरा मांगा है।

प्रत्येक सांसद को अपने निर्वाचन क्षेत्र में विकास कार्य करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से सालाना 5 करोड़ का फंड मिलता है। इसके मुताबिक हर सांसद को 5 वर्ष के कार्यकाल में 25 करोड़ रुपए का फंड मिलता है। सांसद उस निधि को अपने निर्वाचन क्षेत्र में विभिन्न विकास कार्यों पर खर्च करता है। इसके अतिरिक्त विभिन्न परियोजनाओं के लिए केंद्र और राज्य सरकार की ओर से संयुक्त रूप से नियोजना विभाग के माध्यम से धनराशि दी जाती है। पूर्व सांसद नवनीत राणा ने अपना पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा किया। चुनाव जीतने के बाद वानखडे़ ने सबसे पहले बेलोरा एयरपोर्ट के काम का जायजा लिया। इसके बाद जिला नियोजना विभाग से पूर्व सांसद की ओर से किए गये विकास कार्यों की पूरी जानकारी मांगी।


Created On :   26 Jun 2024 11:00 AM GMT

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