राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए राज्यसभा के नेता खड़गे

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए राज्यसभा के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "राष्ट्रपति संसद का सबसे अहम हिस्सा हैं, हम उनका सम्मान करते हैं। इस साल राष्ट्रपति का पहला अभिभाषण 31 जनवरी और दूसरा 27 जून को हुआ था। पहला अभिभाषण चुनावी और दूसरा उसकी कॉपी थी। राष्ट्रपति के अभिभाषण में न तो कोई विजन और न ही कोई दिशा था। उनके अभिभाषण में दलित, अल्पसंख्यक वर्ग और पिछड़े वर्ग के लिए कुछ नहीं था।

Update: 2024-07-01 06:38 GMT

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