Wholesale inflation: थोक महंगाई दर बढ़कर 0.16 फीसदी पर पहुंची, आलू के दाम 82.93 प्रतिशत बढ़े

Wholesale inflation: थोक महंगाई दर बढ़कर 0.16 फीसदी पर पहुंची, आलू के दाम 82.93 प्रतिशत बढ़े

Bhaskar Hindi
Update: 2020-09-14 10:36 GMT
हाईलाइट
  • अगस्त में थोक महंगाई दर (WPI) 0.16% रही
  • थोक महंगाई दर के अगस्त माह के आंकड़े सोमवार को जारी
  • पिछले साल इसी महीने में थोक महंगाई दर 1.17% रिकॉर्ड की गई थी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। थोक महंगाई दर के अगस्त माह के आंकड़े सोमवार को जारी किए गए। अगस्त में थोक महंगाई दर (WPI) 0.16% रही। पिछले साल इसी महीने में थोक महंगाई दर 1.17% रिकॉर्ड की गई थी। जुलाई में यह (-) 0.58 फीसदी थी और जून में (-) 1.81 फीसदी थी। मुख्य रूप से प्राइमरी आर्टिकलों के दामों में आई तोजी से थोक महंगाई दर में बढ़त आई है।

प्याज और आलू के दामों में तेजी
सरकारी आंकड़ों के अनुसार महीने दर महीने के आधार पर प्राइमरी आर्टिकल्स इंफ्लेशन 0.63% के मुकाबले बढ़कर 1.60% हो गया है। जून महीने में यह -1.81 था। मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट इंफ्लेशन 0.51% के मुकाबले बढ़कर 1.27%, फूड इंडेक्स 4.32% से घटकर 4.07%, फ्यूल एंड पावर इंफ्लेशन -9.84% से घटकर -9.68% हो गया है। अगस्त में फूड आइटम्स का इंफ्लेशन 3.84 प्रतिशत रहा। इस दौरान आलू के दाम 82.93 प्रतिशत बढ़े। सब्जियों का इंफ्लेशन 7.03 प्रतिशत रहा। 

क्या होता है WPI इंडेक्स?
बता दें कि WPI की रेट बाजारों में सामान्य तौर पर कुछ समय के लिए वस्तुओं के की थोक कीमतों में उतार-चढ़ाव और महंगाई को दर्शाती हैं। थोक मूल्य सूचकांक (WPI) की गणना थोक बाजार में उत्पादकों और बड़े व्यापारियों के किये गए भुगतान के आधार पर की जाती है। इसमें उत्पादन के प्रथम चरण में अदा किये गए मूल्यों की गणना की जाती है। भारत में मुद्रा स्फीति की गणना इसी सूचकांक के आधार पर की जाती है।

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