रूस के हमले से हतोत्साहित निवेशक,घरेलू शेयर बाजार में पांच फीसदी की भारी गिरावट

यूक्रेन और रूस विवाद रूस के हमले से हतोत्साहित निवेशक,घरेलू शेयर बाजार में पांच फीसदी की भारी गिरावट

Bhaskar Hindi
Update: 2022-02-24 12:00 GMT
रूस के हमले से हतोत्साहित निवेशक,घरेलू शेयर बाजार में पांच फीसदी की भारी गिरावट
हाईलाइट
  • रूस के हमले से हतोत्साहित निवेशक
  • घरेलू शेयर बाजार में पांच फीसदी की भारी गिरावट

डिजिटल डेस्क, नयी दिल्ली। यूक्रेन के रूस पर हमला करने की खबरों के हतोत्साहित निवेशकों की जबरदस्त बिकवाली से गुरुवार को घरेलू शेयर बाजार करीब पांच फीसदी की तेज गिरावट के साथ लाल निशान में बंद हुये।

विदेशी बाजारों में भी कोहराम मचा रहा, जिससे निवेश धारणा कमजोर रही। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 4.7 प्रतिशत यानी 2,702 अंक लुढ़ककर 54,529 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 4.8 प्रतिशत यानी 815 अंक फिसलकर 16,248 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी में टाटा मोटर्स, इंडसइंड बैंक, ग्रासिम इंडस्ट्रिज और जेएसडब्ल्यू स्टील को सबसे भारी नुकसान उठाना पड़ा और इनके शेयरों की कीमत सात से 11 प्रतिशत तक लुढ़क गयी।

निफ्टी के सभी क्षेत्रों के सूचकांक में भी गिरावट देखी गयी और सबसे अधिक गिरावट पीएसयू बैंक के सूचकांक में देखी गयी।विदेशी बाजारों में हांगकांग का हैंगशैंग 3.2 प्रतिशत, दक्षिण कोरिया का कोस्पी, 2.7 प्रतिशत, जापान का निक्के ई 2.4 प्रतिशत और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.9 प्रतिशत टूट गया।

इस दौरान अमेरिकी शेयर बाजार में भी कोहराम मचा रहा और डो जोन फ्यूचर 2.4 प्रतिशत और नैस्डैक 2.8 प्रतिशत लुढ़क गया। रूस ने शेयर बाजार में गुरुवार को कारोबार बंद रखा है। रूस ने साथ ही कहा है कि अगली नोटिस आने तक सभी बाजारों में कामकाज बंद रहेगा।

इस बीच अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रूस की मुद्रा रूबल करीब 10 प्रतिशत फिसलकर 89.59 रुबल प्रति डॉलर हो गयी।आईजी समूह के लिए बाजार रणनीतिज्ञ यीप जुन रोंग के मुताबिक भू राजनीतिक खतरे अभी मुख्य मुद्दा हैं और इनसे जोखिम भरे कारोबार के प्रति निवेशकों का रुझान काफी कम हो गया है।

इस दौरान अंतर्राष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड ऑयल सात साल के उच्चतम स्तर 100 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गया। अमेरिकी क्रूड ऑयल 4.8 प्रतिशत की तेजी के साथ 96.55 डॉलर प्रति बैरल हो गया है। जियोजीत फाइनेंसियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर के मुताबिक निवेशकों के लिये रूस की युद्ध की घोषणा बिल्कुल अप्रत्याशित थी क्योंकि वह इसकी उम्मीद नहीं कर रहे थे। वैश्विक बाजार अमेरिकी राष्ट्रपति और रूस के राष्ट्रपति के बीच राजनयिक बैठक की आस लगाये थे।

 

(आईएएनएस)

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