चुनावी मौसम में सरकारी तेल कंपनियों की मजबूरी, कच्चे तेल में तेजी के बाद भी नहीं बढ़ा पा रहीं दाम
पेट्रोल- डीजल कीमत चुनावी मौसम में सरकारी तेल कंपनियों की मजबूरी, कच्चे तेल में तेजी के बाद भी नहीं बढ़ा पा रहीं दाम
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में पेट्रोल (Petrol) और डीजल (Diesel) की कीमतों में करीब 3 माह से कोई बदलाव नहीं हुआ है। इसे सरकारी तेल कंपनियों (IOC, HPCL and BPCL) की मजबूरी कहा जाए तो गलत नहीं होगा! दरअसल आमजनों का मानना है कि, पूरे साल यही कंपनियां कच्चे तेल पर निर्भर रहने का हवाला देकर जमकर रेट बढ़ाती हैं। साल 2021 में नवंबर से पहले कच्चे तेल में मामूली बढ़त पर भी हर रोज वाहन ईंधन के भाव तेजी से बढ़ाए गए, जिसने जनता की कमर तोड़ दी।
लेकिन नवंबर की शुरुआत में केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में क्रमश: 5 रुपए और 10 रुपए की कटौती की गई थी।इसके बाद विभिन्न राज्यों ने भी पेट्रोल पर वैट कम किया था। माना जा रहा है यह राहत चुनाव को देखते हुए दी गई। खैर जो भी हो, सरकारों द्वारा राहत देने के बाद कच्चा तेल करीब 3 माह में कई बार तेजी पर रहा, लेकिन सरकारी तेल कंपनियों की हिम्मत पेट्रोल डीजल के रेट बढ़ाने की नहीं हुई।
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आमजनों का मानना है कि, बीते साल में कई प्रदर्शनों के बावजूद सरकार और सरकारी तेल कंपनियां जनता को यही समझाती रहीं कि वे इसमें कोई भी हस्तक्षेप नहीं कर सकती हैं। कच्चे तेल के अनुसार ही हर रोज दाम तय होते हैं। यहां तक कि पेट्रोल डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने का विरोध भी राज्य सरकारों ने किया था। कहा गया था कि इससे उन्हें घाटा होगा, लेकिन चुनाव में जनता बड़ा घाटा ना कर दे इससे बचने राज्य सरकारों ने वैट घटाकर छोटा घाटा करना मुनासिब समझा है।
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ऐसे जानें अपने शहर में ईंधन की कीमत
पेट्रोल-डीजल की रोज की कीमतों की जानकारी आप SMS के जरिए भी जान सकते हैं। इसके लिए इंडियन ऑयल के उपभोक्ता को RSP लिखकर 9224992249 नंबर पर भेजना होगा। वहीं बीपीसीएल उपभोक्ता को RSP लिखकर 9223112222 नंबर पर भेजना होगा, जबकि एचपीसीएल उपभोक्ता को HPPrice लिखकर 9222201122 नंबर पर भेजना होगा, जिसके बाद ईंधन की कीमत की जानकारी प्राप्त की जा सकती है।