गूगल ने की थी 12 हजार कर्मचारियों की छटनी, अब लेटर लिख कर कर्मचारियों ने सुंदर पिचाई के सामने रखी डिमांड, मागों में यूक्रेन का मुद्दा भी शामिल

गूगल से गुहार गूगल ने की थी 12 हजार कर्मचारियों की छटनी, अब लेटर लिख कर कर्मचारियों ने सुंदर पिचाई के सामने रखी डिमांड, मागों में यूक्रेन का मुद्दा भी शामिल

Bhaskar Hindi
Update: 2023-03-18 10:29 GMT
गूगल ने की थी 12 हजार कर्मचारियों की छटनी, अब लेटर लिख कर कर्मचारियों ने सुंदर पिचाई के सामने रखी डिमांड, मागों में यूक्रेन का मुद्दा भी शामिल
हाईलाइट
  • सीईओ से कर्मचारियों का गुहार

डिजिटल डेस्क, वॉशिगंटन। पिछले दिनों ही गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट ने 12 हजार कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया था। जिसके बाद से ही तमाम कर्मचारी बेहद निराश नजर आ रहे हैं। अब गूगल के सभी कर्मचारियों ने कंपनी के सीईओ सुंदर पिचाई को एक ओपन लेटर लिख कर अपनी कुछ मांगे रखी हैं। कर्मचारियों द्वारा पिचाई से खुद को प्राथमिकता देने और कंपनी में नई भर्ती पर रोक लगाने की बात खुले पत्र में की गई है।

कंपनी से नौकरी चले जाने के बाद सभी कर्मचारी गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई की ओर टकटकी लगाए हुए हैं उनको अभी भी विश्वास है कि शायद कंपनी दोबारा से उन्हें नौकरी पर रख लेगी। इसी बात को ध्यान में रखते हुए कर्मचारियों ने सीईओ पिचाई के पास एक खुला पत्र लिख कर अपनी राय रखी है। जिनमें कर्मचारियों का कहना है कि अगर कंपनी को किसी भी तरह से कर्मचारियों की जरूरत पड़े तो सबसे पहले उन कर्मचारियों  को प्राथमिकता दी जाए जिन्हें हाल ही के दिनों में कंपनी से निकाला गया है। ताकि हमारी समस्याएं और कंपनी की जरूरत दोनों की पूर्ति हो सके।

सीईओ से कर्मचारियों की गुहार

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक,  इस ओपन लेटर में कर्मचारियों ने शोक के मौके पर दी जाने वाली छुट्टी और वर्तमान में कंपनी में की जाने वाली नई नियुक्तियों पर रोक लगाने की भी मांग की है। इसके अलावा यूक्रेन से सबंधित कर्मचारियों को जॉब से ना निकलाने की मांग की गई है।

कर्मचारियों ने अपने ओपन लेटर में सीईओ सुंदर पिचाई से यह भी मांग की है कि अगर किसी कर्मचारी की छंटनी की जाती है तो उसे अपना पूरा नोटिस पीरियड सर्व करने का मौका देना चाहिए। साथ ही इस लेटर में यूक्रेन का जिक्र करते हुए कर्मचारियों ने यह भी कहा है कि यूक्रेन देश से सबंधित किसी भी कर्मचारी को कंपनी से न निकाला जाए क्योंकि वहां की स्थिति बेहद खराब है। हमें उन सभी लोगों की मदद करनी चाहिए ताकि उनकी थोड़ी बहुत मदद हो सके।

कई कंपनियां कर चुकी हैं कर्मचारियों की छटनी

गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट ने कोरोना महामारी का हवाला देते हुए तमाम कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया था। कंपनी ने आधिकारिक तौर पर बयान जारी करते हुए कहा था कि कोरोना महामारी की वजह से कंपनी मंदी की शिकार हो गई है। जिसकी वजह से कंपनी को वित्तीय घाटे की आशंका है। बता दें कि, इससे पहले मेटा प्लेटफॉर्म्स इंक, अमेजन डॉट कॉम इंक और माइक्रोसॉफ्ट ने भी बड़ी संख्या में अपने कर्मचारियों को कंपनी से निकाल दिया था।

पिचाई ने खुद जानकारी दी

दरअसल, गूगल के सीईओ पिचाई ने इस पूरे मामले पर 20 जनवरी को घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि कंपनी बहुत जल्द ही एक अहम फैसला लेने जा रही है। जिसके तुरंत बाद ही पिचाई ने कंपनी के मौजूदा कर्मचारियों की संख्या में से 6 फीसदी की कटौती करने की बात कही थी। पिचाई ने ईमेल के माध्यम से सभी कर्मचारियों को यह सूचना दी थी कि वो अब गूगल के कर्मचारी नहीं रहे। 

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