96 फीसदी व्यापारियों की दिल्ली में सभी दिन बाजार खोलने की मांग

कैट 96 फीसदी व्यापारियों की दिल्ली में सभी दिन बाजार खोलने की मांग

Bhaskar Hindi
Update: 2022-01-22 11:30 GMT
96 फीसदी व्यापारियों की दिल्ली में सभी दिन बाजार खोलने की मांग
हाईलाइट
  • दिल्ली का व्यापार और आर्थिक चक्र भी चलता रहे।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली में कोविड प्रतिबंधों को जारी रखने के निर्णय पर व्यापारियों के बीच कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने एक सर्वे कराया, सर्वे में सामने आया कि, अधिकतर व्यापारी बाजारों को कोविड प्रतिबंधों से मुक्त करना चाहते हैं।

कैट के मुताबिक, सर्वे में करीब 96 फीसदी व्यापारियों ने पूरे सप्ताह बाजार खोलने का आग्रह किया है, वहीं 97 फीसदी प्रतिशत व्यापारियों ने कोविड सुरक्षा नियमों का कड़ाई से पालन किये जाने पर जोर दिया है। साथ ही 72 फीसदी व्यापारी सीएम द्वारा इस मुद्दे के राजनीतिकरण करने पर नाराज हैं।

इससे पहले कैट ने दिल्ली के उप राज्यपाल अनिल बैजल को भी इस संबंध में एक पत्र लिखा, जिसमें दिल्ली में कोविड प्रतिबंधों में रियायत देने की मांग भी की गई।

साथ ही कैट ने यह सुझाव भी दिया कि, ऑड-ईवन व्यवस्था दिल्ली में फेल साबित हुई है। उपभोक्ताओं को परेशानी के अलावा दिल्ली के व्यापार का भी नुकसान हुआ है। इसलिए ऑड ईवन और वीकली लॉक डाउन को समाप्त कर कोविड नियमों के कड़ाई से पालन पर अधिक जोर दिया जाए।

कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि, ऐसे समय में जब दिल्ली में बीते कल संक्रमण दर 18 प्रतिशत तक नीचे आ गई है, अस्पतालों में गंभीर मामलों में बेहद कमी है , कोविड के दूसरे चरण के मुकाबले अस्पतालों में सौभाग्य से बेड भी ज्यादा नहीं भरे हैं, ऐसे समय में कोविड प्रतिबंधों में रियायत देना आवश्यक है, जिससे दिल्ली का व्यापार और आर्थिक चक्र भी चलता रहे।

कैट के अनुसार, बाजारों के कार्य का समय सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे कर दिया जाए। वहीं होटल एवं रेस्टोरेंट को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खोलने की अनुमति दी जाये, जिस प्रकार निजी कार्यालयों को दी गई है।

दिल्ली में शादियों की जरूरतों को महसूस करते हुए 20 व्यक्तियों के स्थान पर कम से कम 100 व्यक्तियों के शामिल होने की अनुमति हो। दिल्ली प्रशासन दिल्ली के सभी भागों के व्यापारिक संगठनों के साथ मिलकर सभी बाजारों में कोविड सुरक्षा नियमों के अनिवार्य पालन को सुनिश्चित करें।

 

 (आईएएनएस)

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