उधम सिंह की बायोपिक का पोस्टर रिलीज, अलग अंदाज में नजर आए विक्की कौशल
उधम सिंह की बायोपिक का पोस्टर रिलीज, अलग अंदाज में नजर आए विक्की कौशल
डिजिटल डेस्क, मुम्बई। बॉलीवुड एक्टर विक्की कौशल इस समय फिल्म फ्रीडम फाइटर "सरदार उधम सिंह" की बायोपिक में बिजी हैं। हालही में फिल्म का पोस्टर रिलीज किया। इस पोस्टर में विक्की अलग अंदाज में नजर आ रहे हैं। ट्रेड एनालिस्ट तरुण आर्दश ने अपने ट्विटर अकाउंट पर दो तस्वीरों को शेयर किया। एक तस्वीर में विक्की कौशल बहुत ही एलिगेंट नजर आ रहे हैं और दूसरी तस्वीर में शुजित सरकार के साथ नजर आ रहे हैं। वे तस्वीर में विक्की को कुछ समझाते हुए नजर आ रहे हैं।
यह फिल्म साल 2020 में रिलीज होगी। इसे रितेश शाह और शुभेंदु भट्टाचार्य ने इसे लिखा है। वहीं रॉनी लहरी और शील कुमार फिल्म को प्रोड्यूस कर रहे हैं। खास बात यह है कि इस रोल के लिए पहले इरफान खान को चुना गया था, लेकिन अपनी बीमारी की वजह से वे इस फिल्म को नहीं कर पाए, इसलिए विक्की कौशल को फिल्म में कास्ट किया गया।
Here"s the first look... Vicky Kaushal in and as #SardarUdhamSingh... Directed by Shoojit Sircar... Written by Ritesh Shah and Shubendu Bhattacharya... Produced by Ronnie Lahiri and Sheel Kumar... 2020 release. pic.twitter.com/HnbTirrbiY
— taran adarsh (@taran_adarsh) April 30, 2019
शुजित ने एक इंटरव्यू में बताया था कि इटेंसिटी और गुस्सा जो मैंने पहली मुलाकात के दौरान विक्की की आंखों में देखा, इससे मुझे यकीन हो गया कि वो उधम की भूमिका निभाने के लिए एकदम सही इंसान हैं। वो इस रोल के लिए बिल्कुल परफेक्ट हैं। फिल्म उधम सिंह के जीवन पर आधारित है, विशेष रूप से एक घटना के बारे में जिसके लिए हम पहले ही रिसर्च कर चुके हैं, क्योंकि विक्की एक सिख परिवार पंजाब से हैं तो बहादुर सेनानी को पर्दे पर दिखाने की उनकी बड़ी जिम्मेदारी है।
आपको बता दें कि विक्की कौशल गुजरात में एक फिल्म की शूटिंग के दौरान घायल हो गए थे। उनके चेहरे पर गंभीर चोट लगी थी। विक्की कौशल एक एक्शन सीक्वेंस की शूटिंग कर रहे थे जब उन्हें यह चोट लगी उन्हें 13 टांके आए। फिल्म उधम सिंह के फर्स्ट लुक में भी उनके चेहरे पर निशान साफ देखने को मिल रहा है।
कौन हैं उधम सिंह ?
उधम सिंह गदर पार्टी का हिस्सा थे। उधम सिंह ने 13 मार्च 1940 को जनरल डायर को मारा था। इसके बाद उधम सिंह को दोषी मानते हुए 31 जुलाई 1940 में फांसी दी गई थी। जनरल डायर ने 1919 में अमृतसर में जलियांवाला बाग हत्याकांड का आदेश दिया था। बता दें कि बायॉपिक में भारत के स्वतंत्रता संग्राम के लिए दिए गए इस महत्वपूर्ण योगदान को दिखाया जाएगा।