Nawazuddin birthday: कामयाबी के पीछे मेहनत जानकर रह जाएंगे हैरान, फिल्मों में आने का नहीं था इरादा
Nawazuddin birthday: कामयाबी के पीछे मेहनत जानकर रह जाएंगे हैरान, फिल्मों में आने का नहीं था इरादा
Bhaskar Hindi
Update: 2019-05-19 02:42 GMT
डिजिटल डेस्क, मुम्बई। फिल्म इंडस्ट्री के संजीदा एक्टर माने जाने वाले नवाजुद्दीन सिद्दीकी आज अपना 45वां जन्मदिन मना रहे हैं। लोग उनकी एक्टिंग के दीवाने हैं। उन्होंने ही बॉलीवुड में खलनायकों का वर्चस्व कायम रखा है। उनकी हर फिल्म में शानदार एक्टिंग, उस फिल्म को सुपरहिट बना देती है। बॉलीवुड में कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया है और उनके काम को सराहा भी गया है। हालही में उनकी फिल्म "मंटो" और "ठाकरे" ने सिनमोघरों में शानदार प्रदर्शन किया। साथ ही दर्शकों और क्रिटिक्स ने उनकी एक्टिंग को सराहा। अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी के जन्मदिन पर जानें उनके बारे में खास बातें।
- साल 1996 में अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी दिल्ली आए। यहां आकर उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से अभिनय की पढ़ाई पूरी की। एक्टिंग की ट्रेनिंग लेने के बाद वे मुम्बई चले गए। नवाज को खुद यह उम्मीद नहीं थी कि वे इतने बड़े एक्टर बन जाएंगे।
- नवाज जब दिल्ली आए तब उनकी आर्थिक हालत बहुत खराब थी। उन्होंने जैसे तैसे एक्टिंग स्कूल में दाखिला तो ले लिया, पर उनके पास रहने के लिए घर नहीं था। उन्होंने अपने सीनियर से कहा कि वे उन्हें अपने साथ रख लें। उनके सीनियर ने नवाज के सामने शर्त रखी कि वे उन्हें खाना बना कर खिलाएंगे और नवाज ने शर्त मानते हुए उनके साथ रहना शुरु कर दिया।
- नवाज अपने संघर्ष के दिनों में कुछ भी करने को तैयार थे। फिल्मों में आने के पहले वेटर, चोर और मुखबिर जैसे छोटे छोटे रोल भी कर चुके हैं। इस तरह के रोल में भी उन्होंने कभी शर्म महसूस नहीं की। एक्टर ने शूल, मुन्ना भाई MBBS और सरफरोश जैसी फिल्मों में ये छोटे-छोटे किरदार निभाए हैं।
- मुम्बई में आने के बाद अपने जीवन यापन के लिए नवाज के पास नौकरी नहीं थी। कड़ी मशक्कत के बाद उन्हें एक चौकीदार की नौकरी हासिल हुई, लेकिन इसके लिए भी उन्हें किसी दोस्त से उधार लेकर सिक्योरिट अमाउंट भरना पड़ा था।
- नवाज को यह नौकरी मिल तो गई लेकिन शारीरिक रूप से वह काफी कमजोर थे। इसलिए ड्यूटी पर वह अक्सर बैठे ही रहते थे। यही कारण था कि मालिक के देखने के बाद उन्हें नौकरी से हाथ धोना पड़ा। वहीं, उनको सिक्योरिटी अमाउंट भी रिफंड नहीं किया गया।
- आपको यह जानकर हैरानी होगी कि नावाज इतने साधारण एक्टर हैं कि बॉलीवुड में इतना बड़ा मुकाम हासिल करने के बाद भी उनका कोई अपना पीआर मैनेजर नहीं है। वो अपने इंटरव्यू और डेट्स खुद ही हैंडल करते आ रहे हैं। बॉलीवुड पार्टीज में भी वह बहुत कम नजर आते हैं। नवाज को चार फिल्मों के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिल चुका है।
- नवाज को बॉलीवुड में असली पहचान फिल्म् "कहानी" से मिली। इस फिल्म में वे विद्या बालन के साथ नजर आए थे। नवाज का मानना था कि जब उन्होंने मुंबई में एंट्री की थी तो उनके मन में जरा सा भी ख्याल नहीं आया था कि वह इतने सफल अभिनेता बन जाएंगे।
- उन्होंने कहा, "मैं मुंबई में बॉलीवुड अभिनेता बनने नहीं आया था बल्कि टीवी में काम करना चाहता था लेकिन किसी ने भी मुझे टीवी में काम करने का मौका नहीं दिया, इसलिए मैंने पांच-छह साल तक सी-ग्रेड फिल्मों में काम किया।"
- नवाजुद्दीन को "गैंग्स ऑफ वासेपुर", "तलाश" और "बदलापुर" के किरदारों के लिए हर तरफ से काफी सराहना मिली थी। लंबे संघर्षों के बाद "गैंग्स ऑफ वासेपुर" ने नवाज की जिंदगी सफलता के रास्ते पर लाकर खड़ी कर दी थी। इसके बाद तो बॉलीवुड में उनका सिक्का चलने लगा। सलमान खान के उन्होंने साथ फिल्म "बजरंगी भाईजान" और किक में काम किया। आज हर बॉलीवुड एक्टर नवाज के साथ काम करना चाहता है।
- बतौर अभिनेता उन्होंने दशरथ मांझी के जीवन पर आधारित फिल्म "मांझीः द माउंटेन मैन" में दशरथ मांझी का किरदार निभाया था। उन्होंने इस किरदार को इतनी खूबसूरती से निभाया कि आज भी उन्हें उनके इस किरदार से पहचाना जाता है। हालाकि उनकी यह फिल्म रिलीज होने से पहले ही लीक हो गई थी। इसके बावजूद फिल्म और उनकी किरदार को काफी तारीफें मिलीं।
- शुरुआती दौर में आमिर खान की फिल्म "सरफरोश" में उनके अभिनय को देखकर निर्देशक अनुराग कश्यप ने नवाज को "ब्लैक फ्राइडे" में चुनने का फैसला लिया। उसके बाद "फिराक", "न्यूयॉर्क" और "देव डी" जैसी फिल्मों में भी उन्हें काम करने का मौका मिल गया।
- अपने फिल्मी कॅरियर में काफी जद्दोजहत करने के बाद नवाज इस मुकाम पर पहुंचे कि वह तीनों खानों के साथ काम कर चुके हैं। शाहरुख के साथ वे फिल्म रईस, सलमान के साथ वे किक और "बजरंगी भाईजान" और आमिर के साथ वे सरफरोश, तलाश आदि में काम कर चुके हैं।