B'day: बॉलीवुड का कम्पलीट पैकेज हैं फरहान अख्तर, हर शैली में हैं माहिर
B'day: बॉलीवुड का कम्पलीट पैकेज हैं फरहान अख्तर, हर शैली में हैं माहिर
डिजिटल डेस्क, मुम्बई। बॉलीवुड की मल्टी टैलेंटेड पर्सनालिटी फरहान अख्तर आज 46 वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनका जन्म 9 जनवरी 1974 को मुम्बई में हुआ था। वे मशहूर कवि, गीतकार और पटकथा लेखक, जावेद अख्तर और हनी ईरानी के बेटे हैं। माता पिता का फिल्मी दुनिया से जुड़े होने की वजह से, उनका झुकाव भी फिल्मों की तरफ ज्यादा रहा। बॉलीवुड में उन्होंने निर्देशक के रुप में अपने कॅरियर की शुरुआत साल 2001 में की थी। आज उनके जन्मदिन पर जानते हैं उनके बारे में कुछ खास बातें...
फरहान अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। फरहान ने साल 2000 में हेयर स्टाइलिश अधुना से शादी की थी। अधुना और फरहान की पहली मुलाकात फिल्म 'दिल चाहता है' के सेट पर ही हुई थी। अधुना उम्र में फरहान से 6 साल बड़ी थी। इसके बावजूद दोनों ने शादी और दोनों के दो बच्चे हुए, लेकिन साल 2016 में दोनों का तलाक हो गया। फिल्हाल फरहान सिंगर, मॉडल शिबानी दांडेकर को डेट कर रहे हैं।
फरहान ने 'रॉक ऑन' में लगभग हर गीत गाया था। वो कई फिल्मों के गानों के लिए अपनी आवाज दे चुके हैं। उन्होंने कई कॉन्सर्ट में भी गाया है। इसके अलावा वे सोशल वर्क में भी आगे रहते हैं। वे महिलाओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ लगातार मजबूती से खड़े हैं। उनकी सामाजिक पहल MARD (बलात्कार और भेदभाव के खिलाफ पुरुष) भी महिलाओं के लिए लड़ती है।
फहरान अख्तर एक्टिंग में भी कहां पीछे रहने वाले थे। उन्होंने अपने लुक्स का फायदा उठाते हुए फिल्म 'रॉक ऑन' से अपने अभिनय की शुरुआत की थी। उन्होंने बाद में 'कार्तिक कॉलिंग कार्तिक', 'लक बाई चांस', 'वजीर' और 'रॉक ऑन 2' में अपने अभिनय से सबका दिल जीत लिया। लेकिन उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन फिल्म 'भाग मिल्खा भाग' में था। इसके लिए उन्हें फिल्म फेयर द्वारा बेस्ट एक्टर के अवॉर्ड से नवाजा गया।
जावेद साहब और हनी ईरानी जैसे क्रिएटिव लोगों के घर जन्म होने की जगह से लेखन शैली फरहान को जन्म से मिली। फरहान अपने प्रोडक्शन हाउस की फिल्मों के लिए पटकथा खुद लिखते हैं। उन्होंने कई फिल्मों के गाने भी लिखे हैं। 'दिल चाहता है', जिंदगी न मिलेगी दोबारा, डॉन 2 जैसी कुछ फिल्में फरहान ने खुद लिखी हैं।
फरहान ने डॉन 2 के बाद किसी भी फिल्म को पूरी तरह डायरेक्ट नहीं किया। वे जब डायरेक्श नहीं कर रहे होते हैं, तब वे अपने दोस्त रितेश सिधवानी के साथ मिलकर फिल्म निर्माण में लग जाते हैं। उन्होंने एक्सेल एंटरटेनमेंट के बैनर तले विभिन्न सिनेमा का उत्पादन किया है। इस बैनर तले कई फिल्म का निर्माण हो चुका है।
फरहान अख्तर ने अपने कॅरियर की शुरुआत अस्सिटेंट डायरेक्टर के रुप में की थी। उन्होंने साल 1991 में यश चोपड़ा को फिल्म 'लम्हें' में अस्सिट किया था। इसके बाद 1997 में पंकज पराशर को फिल्म 'हिमालय पुत्र' के लिए अस्सिट किया था। साल 2001 में उन्होंने निर्देशक के रुप में अपनी एक नई शुरुआत की और फिल्म 'दिल चाहता है' का निर्देशन किया। यह फिल्म उस साल की बेस्ट फिल्मों से थी। इस फिल्म के लिए फरहान को बेस्ट डायरेक्टर की कैटेगरी में फिल्म फेयर द्वारा नॉमिनेट किया गया था।