B'day: पेंटर बनना चाहते थे प्रकाश झा, घर छोड़ने पर पिता ने नहीं की 5 साल तक बात, अब बन चुके हैं सफल डॉयरेक्टर
B'day: पेंटर बनना चाहते थे प्रकाश झा, घर छोड़ने पर पिता ने नहीं की 5 साल तक बात, अब बन चुके हैं सफल डॉयरेक्टर
डिजिटल डेस्क,मुंबई। बॉलीवुड के जाने-माने फिल्म निर्माता का जन्म 27 फ़रवरी 1952 को बिहार के चंपारण में हुआ था। प्रकाश झा ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि, जिस वक्त लोग आईएएस और आईपीएस बनना चाहते थे उस वक्त वो पेंटर बनना चाहता था। उन्होंने यशिका कैमरा खरीदकर और 300 रुपए लेकर घर से निकल गए, जिसके बाद उनके पेरेंट्स के साथ रिश्ते खराब हो गए और प्रकाश के पिता ने 5 साल तक उनसे बात नहीं की थी। बहुत से संघर्षों के बाद प्रकाश झा का इंडस्ट्री में एक अलग नाम बन चुका है।
स्ट्रगल भरे दिनों में उनके पास रूम रेंट और खाने तक के पैसे नहीं थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जब प्रकाश झा मुंबई गए तो उनके पास ज्यादा पैसे नहीं थे। ऐसे में उनकी कई रातें जुहू बीच के फुटपाथ पर गुजरीं थीं। प्रकाश झा ने अपने करियर में कई हिट फिल्में बनाई। साथ ही कुछ समय से उन्होंने वेब सीरिज में भी अपना हाथ आजमाया और उनकी सीरिज को दर्शकों का ढेर सारा प्यार मिला।
प्रकाश झा ने साल 1985 में बॉलीवुड अभिनेत्री दीप्ति नवल से शादी की थी। इसके कुछ साल बाद ही उन्होंने एक बेटी को गोद लिया, जिसका नाम है, दिशा। प्रकाश झा और दीप्ति नवल का एक बेटा भी है,जिसका नाम है प्रियरंजन। लेकिन फिल्मी करियर में प्रकाश झा जितने चमकते हैं,अपनी निजी जिंदगी में वो उतने ही अंधेरें में जी रहे है। शादी के 17 साल बाद प्रकाश झा और दीप्ति का तलाक हो गया।
प्रकाश झा ने साल 1984 में फिल्म "हिप हिप हुर्रे" से हिंदी सिनेमा में अपना निर्देशन डेब्यू किया। इस फिल्म की पृष्ठभूमि डिहार के बंधुआ मजदूर पर आधारित थी। उनकी पहली ही फिल्म को राष्ट्रीय सम्मान से नवाजा गया, जिसके बाद साल 2010 में उन्होंने फिल्म राजनीती का निर्माण किया, जो काफी हिट साबित हुई। इस फिल्म में अजय देवगन , कैटरीना कैफ , अर्जुन रामपाल , मनोज वाजपेयी, रणबीर कपूर मुख्य किरदार निभाते हुए दिखाई दिए। प्रकाश झा की कुछ यादगार फिल्मों में से एक है- गंगाजल, अपहरण, राजनीति, आरक्षण।