Adnan Sami Birthday: 5 साल की उम्र में ही पियानो बजाने लगे थे अदनान, जानें खास बातें
Adnan Sami Birthday: 5 साल की उम्र में ही पियानो बजाने लगे थे अदनान, जानें खास बातें
डिजिटल डेस्क, मुंबई। कभी तो नजर मिलाओ... और थोड़ी सी लिफ्ट करादे जैसे गानों से सुर्खियों में आए म्यूजिक के सरताज कहे जाने वाले अदनान सामी आज 48 साल के हो गए हैं। 15 अगस्त 1971 को पाकिस्तान के लाहौर में जन्मे अदनान सामी ने केवल 5 साल की उम्र में ही पियानो बजाने लगे थे और वो उस समय केवल 9 साल के थे जब उन्होंने अपना पहला म्यूजिक कंपोज किया। हालांकि उनकी जिंदगी काफी उतार चढ़ावों से भरी रही है। आइए जानते हैं उनकी जिंदगी से जुड़ी कुछ खास बातें...
अदनान सामी के पिता अरशद सामी खान पाकिस्तानी एयरफोर्स में पायलट थे, जबकि उनकी मां जम्मू कश्मीर की रहने वाली थीं। अदनान लंदन में पले बढ़े और वहीं से उन्होंने अपनी पढ़ाई की। भारतीय सिंगर आशा भोंसले ने आदनान सामी को आरडी बर्मन के एक कॉसर्ट में लंदन में देखा, जब वो केवल 10 साल के थे, इसके बाद आशा ने उन्हें म्यूजिक को अपने करियर के तौर पर चुनने के लिए प्रोत्साहित किया।
35 से ज्यादा म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट्स
अदनान आज 35 से ज्यादा म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट्स बजा लेते हैं और संगीत की दुनिया में जाना माना नाम बन गए हैं। उनका पहला सिंगल "रन फॉर द लाइफ", अंग्रेजी में 1986 में रिलीज हुआ जो यूनिसेफ के लिए रिकॉर्ड किया गया था। ये मिडिल ईस्ट के म्यूजिक चार्ट में नंबर 1 पर रहा, इसके बाद आये उनके तीन और सांग्स टॉक टू मी, हॉट समर डे और यू आर माई बेस्ट केप्ट सीक्रेट भी नंबर 1 पर रहे।
इन गानों से मिला ढेर सारा प्यार
साल 2000 में, भारत में आशा भोंसले ने सामी के साथ कभी तो नजर मिलाओ नाम केएल्बम में काम किया, जिसका म्यूजिक खुद अदनान ने ही तैयार किया था। इसके बाद सामी जब अमिताभ बच्चन के साथ सांग थोड़ी सी तो लिफ्ट करा दे गाने में नजर आए तो उन्हें दर्शकों से जबरदस्त प्यार मिला। इसके बाद से उन्होंने भारत में रहते हुए एक से बढ़कर एक शानदार सॉन्ग गाए तो सुपरहिट हुए।
2015 में मिली भारतीय नागरिकता
मूल रूप से पाकिस्तानी संगीतकार अदनान सामी 13 मार्च 2001 में विजिटर वीजा पर भारत में रहने लगे, जिसे वो समय- समय पर बढ़वा लेते थे। हालांकि 26 मई 2015 को, अदनान सामी ने गृह मंत्रालय से भारतीय नागरिकता के लिए एक रिक्वेस्ट की, जब उनका पाकिस्तानी पासपोर्ट एक्सपायर हो गया और पाकिस्तान सरकार ने उसे रिन्यु नहीं किया। दिसंबर 2015 के अंत में, भारतीय गृह मंत्रालय ने भारत के नागरिक के रूप में उनकी कानूनी स्थिति के लिए अनुरोध को मंजूरी दे दी और 1 जनवरी 2016 से उसे प्रभावी मान लिया गया और वे पूर्ण रूप से भारतीय नागरिक बने।