Tokyo Olympics: हार के बाद बोलीं सिंधु- स्वर्ण पदक चूक गई, लेकिन टोक्यो से कम से कम कांस्य पदक लाने की उम्मीद
Tokyo Olympics: हार के बाद बोलीं सिंधु- स्वर्ण पदक चूक गई, लेकिन टोक्यो से कम से कम कांस्य पदक लाने की उम्मीद
- अब टोक्यो से कम से कम कांस्य पदक लाने की उम्मीद
- सिंधु स्वर्ण पदक चूक गई
डिजिटल डेस्क, टोक्यो। पीवी सिंधु लगातार दूसरे ओलंपिक फाइनल में पहुंचने की कोशिश कर रही थीं, लेकिन टोक्यो के मुसाशिनो फॉरेस्ट प्लाजा में सेमीफाइनल में सीधे गेम में ताइवान की ताई त्ज़ु यिंग से हार गईं। इस हार के बाद सिंधु ने कहा कि वह स्वर्ण पदक चूक गई, लेकिन उन्हें टोक्यो से कम से कम कांस्य पदक लाने की उम्मीद है।
बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन (बीडब्ल्यूएफ) ने सिंधु के हवाले से कहा, "मैं थोड़ा दुखी हूं क्योंकि यह सेमीफाइनल था, लेकिन मैंने अपनी पूरी कोशिश की, यह सिर्फ मेरा दिन नहीं था। मैं अंत तक लड़ी।" सिंधु ने कहा, "यह दुखद है कि मैं फाइनल में नहीं जा सकी। भारत के बहुत से लोगों ने मेरा समर्थन किया है और मुझे अपना प्यार दिखाया है, लेकिन यह मेरा दिन नहीं था और मैं कल फिर से कोशिश करने जा रही हूं।"
वहीं हैदराबाद में टीवी पर मैच देखने के बाद सिंधु के पिता पीवी रमना ने कहा, "जब कोई खिलाड़ी लय में नहीं आ पाता तो यह सब होता है। कल वह अच्छी लय में थी और वापसी कर उसने अकाने यामागुची को हराया था। आज ताई जु यिंग ने उसे वापसी करने का कोई मौका नहीं दिया।"
सिंधु भले ही स्वर्ण पदक की रेस से बाहर हो गई हैं लेकिन उनके पास अभी कांस्य हासिल करने का मौका है। सिंधु का कांस्य पदक मुकाबले में सामना चीन की बिंग जिआओ से रविवार को होगा। सिंधु ने पांच साल पहले रियो ओलंपिक में रजत पदक जीता था. उन्हें फाइनल में स्पेन की कैरोलिना मारिन के हाथों हार झेलनी पड़ी थी।
सिंधु को चीनी ताइपे की ताई जू यिंग के हाथों 40 मिनट तक चले मुकाबले में 18-21, 12-21 से हार का सामना करना पड़ा। सिंधु ने पहले गेम में बेहतर किया और शुरूआत में बढ़त भी ली लेकिन जू यिंग ने वापसी करते हुए पहला गेम अपने नाम किया। इसके बाद दूसरे गेम में सिंधु कोई चुनौती पेश नहीं कर सकीं और यह गेम भी हार गईं।