क्यों कहते हैं लोग इसे चाँद का जादू बिखेरने वाली झील ?
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आपने कई बार शूटिंग स्टार को देखकर इच्छा पूर्ण करने के लिए मनोकामना मांगी होगी। अगर आप विज्ञान को जानते हैं, तो आपको पता होगा कि शूटिंग स्टार वास्तव में उल्का या खगोलीय पिंडों के टूटे हुए टुकड़े जैसे क्षुद्रग्रह और धूमकेतु हैं जो पृथ्वी के वायुमंडल में आ जाते हैं। इनमें से ज्यादा तर जल जाते हैं, लेकिन कभी-कभी यह पृथ्वी की सतह से टकराती है, जी हां आज से 40,000 साल पहले भी कुछ ऐसा हुआ था।
आग का एक विशाल, धधकता गोला, जिसका वजन 1 से 2 मिलियन टन के बीच था, अंतरिक्ष में 80,000 से 90,000 किलोमीटर प्रति घंटे की भयानक रफतार से टकराया। यह पृथ्वी की सतह से इतनी जोर से टकराया कि इसने महाराष्ट्र के बीच ठोस दक्कन पठार में एक गहरा गड्ढा बना दिया।
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इस विशाल, धधकते गोले से एक विस्फोट हुआ और पिघली हुई चट्टान का निर्माण, जिससे एक गड्ढा बन गया। चंद्रमा से पृथ्वी तक की 384,403 किलोमीटर की यात्रा ने 1.8 किलोमीटर चौड़ा और 150 मीटर गहरा एक गड्ढा बना दिया। बदलते समय के साथ जंगल ने इस गड्ढा पर कब्जा कर लिया, और इसे लोनार क्रेटर झील में बदल दिया।
काल्पनिक नहीं सच्ची घटना है
हर साल 30,000 से 1,50,000 उल्का पृथ्वी की ओर गिरते हैं, लेकिन उनमें से कोई भी लोनार जैसी झील बनाने में सफल नहीं हुआ है। अगर लोनार झील को देखें तो यह एक अंडाकार झील में से एक है जो पूरी तरह से बेसाल्ट से बना है। इसका पानी समुद्री जल से सात गुना अधिक खारा है।
झील का रहस्य
लोनार क्रेटर के रहस्यों से वैज्ञानिक लंबे समय से हैरान हैं। इस झील में पानी है जो खारा और क्षारीय दोनों है, कुछ ऐसा जो पूरी तरह से अजूबा है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह लगभग असंभव है कि कोई झील एक ही समय में क्षारीय और खारा हो जाए, झील के दो अलग-अलग क्षेत्र हैं जो कभी मिश्रित नहीं होते हैं-एक बाहरी क्षेत्र जो तटस्थ है और एक आंतरिक क्षेत्र जो क्षारीय है,दोनो के ही अपने पौधे और जीव है।
इसमें सूक्ष्म जीवों की बहुत ही दुर्लभ प्रजाति रहती है, झील का क्षारीय पानी केंद्र की ओर बढ़ता जाता है। इस झील जैसी खाशियत ग्रह पर कहीं और नहीं पायी जा सकती है। झील को मीठा पानी पिलाने वाली एक बारहमासी धारा भी है लेकिन किसी को भी नहीं मालूम यह आती कहां से है। एक और रहस्य जो इस झील को दिलचस्प बनाता है वह यह है कि जैसे ही आप वहां पहुंचते हैं, आपके कंपास के दिशा सूचक या तो काम करना बंद कर देते हैं या तेजी से भागने लगते हैं, वैज्ञानिक भी अभी तक इस बात का पता नहीं लगा पाए हैं।
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कुछ वैज्ञानिक कहते है कि अंतरिक्ष से आने वाली वस्तुएं आमतौर पर पृथ्वी पर टकराने वाली सामग्री की तुलना में अधिक विद्युत चुम्बकीय होती हैं,और चूंकि लोनार क्रेटर एक उल्का-प्रभाव वाला क्रेटर है, इसलिए इसका विद्युत चुम्बकीय क्षेत्र अधिक मजबूत होता है।
Created On :   21 Aug 2021 5:09 PM IST